Hero MotoCorp: दुनिया की दिग्गज बाइक और स्कूटर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. कंपनी ने अपने सभी प्लांट्स यानी कि 8 फैसिलिटी के लिए एक बड़ा सर्टिफिकेट हासिल किया है. कंपनी की सभी 8 फैसिलिटी को जीरो वेस्ट टू लैंडफिल का सर्टिफिकेट मिला है. इसमें कंपनी के 6 प्लांट्स भी शामिल हैं. कंपनी की इन सभी 8 फैसिलिटी को Zero-Waste-to-Landfill(ZWL) का सर्टिफिकेट मिला है. इस मौके पर कंपनी के सीईओ निरंजन गुप्ता ने कहा कि हमारा लक्ष्य रहा है कि हम सस्टेनेबिलिटी बिजनेस और पर्यावरण फ्रेंडली बिजनेस को बढ़ावा दें. 

कंपनी का फोकस जीरो टू वेस्ट पॉलिसी पर 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने आगे कहा कि हमारी शून्य-अपशिष्ट-टू-लैंडफिल नीति हमारे विश्वास पर आधारित है कि एक टिकाऊ व्यवसाय होने के लिए, पर्यावरण के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ विनिर्माण करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना गुणवत्ता और ईंधन-कुशल उत्पाद प्रदान करना और एक आकर्षक ग्राहक अनुभव बनाना है.

2019 में शुरू हुई थी पॉलिसी 

कंपनी ने बताया कि जीरो वेस्ट टू लैंडफिल पायलट प्रोजेक्ट वित्त वर्ष 2018-19 में शुरू किया गया था. ये प्रोजेक्ट नीमराणा में कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में शुरू किया गया था. इसके बाद से वेस्ट जनरेशन अमाउंट 40 फीसदी तक कम किया गया और कंपनी 2025 की टाइमलाइन से ही अपना टारगेट पूरा कर लिया है और 99.9 फीसदी जीरो वेस्ट की उपलब्धि हासिल की. 

यहां हैं कंपनी के प्लांट्स

हरियाणा - धारुहेड़ा, गुरुग्राम

उत्तराखंड - हरिद्वार

राजस्थान - नीमराणा

आंध्र प्रदेश - तिरुपति

गुजरात - हलोल

हर साल 6 लाख यूनिट्स का प्रोडक्शन

कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, इन प्लांट्स से हर साल 6 लाख से ज्यादा मोटरसाइकिल और स्कूटर का प्रोडक्शन होता है. ऐसे में जीरो वेस्ट पॉलिसी की काफी जरूरत थी. इसके लिए कंपनी ने पहले वॉटर बेस्ट पेंटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया. इसके अलावा भी कंपनी ने कई सारी कदम उठाए ताकि जीरो वेस्ट सर्टिफिकेट ले सके.