शहरों के 150 किमी के दायरे में व्हीकल स्क्रैपिंग सेंटर बनाना चाहती है सरकार, नितिन गडकरी ने बताया होंगे ये फायदे
Vehicle scrapping facilities: नितिन गडकरी ने शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि, ‘‘सभी शहरों के केंद्रों से 150 किलोमीटर के दायरे में एक वाहन स्क्रैपिंग केंद्र बनाना मेरा मकसद है.’’
Vehicle scrapping facilities: सरकार हर शहर के केंद्र से 150 किलोमीटर के दायरे में कम से कम एक व्हीकल स्क्रैपिंग सेंटर विकसित करना चाहती है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ये बात कही. उन्होंने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि, देश में पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र का वाहन स्क्रैपिंग केंद्र (कबाड़) बनने का माद्दा है. राष्ट्रीय वाहन स्क्रैपेज नीति भारतीय परिवहन एवं संवहनीता (sustainability) क्षेत्र के लिए एक अहम पहल है. इसके जरिए पुराने और बेकार गाड़ियों को हटाकर नए और कम प्रदूषण करने वाले वाहनों को चरणबद्ध तरीके से लाया जा सकेगा.
स्क्रैपिंग सेंटर खोलने का मिलेगा मौका
गडकरी ने शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में कहा, ‘‘सभी शहरों के केंद्रों से 150 किलोमीटर के दायरे में एक वाहन स्क्रैपिंग केंद्र बनाना मेरा मकसद है.’’ उन्होंने कहा कि एक शहर के भीतर कबाड़ बन चुके वाहनों को जमा करने वाले कई ऑथोराइज्ड सेंटर खोले जा सकते हैं, जिन्हें व्हीकल का रजिस्ट्रेशन खत्म करने का अधिकार होगा. उन्होंने कहा कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वाहन स्क्रैप नीति कुछ इस तरह तैयार की है, जो सभी प्रकार और आकार के निवेशकों को आने और कबाड़ के केंद्र खोलने का मौका देगी.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष अगस्त में राष्ट्रीय वाहन स्कैपेज नीति की शुरुआत करते हुए कहा था कि इसके जरिये बेकार हो चुके और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को चलन से बाहर किया जा सकेगा.
गड़करी ने इस कार्यक्रम में कहा, ‘‘भारत पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र में वाहन स्क्रैपिंग का केंद्र बन सकता है, हम बांग्लादेश, भूटान, म्यांमा, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका से पुराने वाहनों का आयात हमारे देश में स्क्रैपिंग के लिए कर सकते हैं.’’