कार प्रेमियों (Car owner) के लिए बुरी खबर है. आने वाले समय में उन्‍हें Mahindra और ford की जुगलबंदी वाली कार नहीं मिल पाएगी. क्‍योंकि ऑटो कंपनियों महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) और फोर्ड मोटर कंपनी (Ford Motor compay) अपने JV (संयुक्‍त उद्यम) से अलग हो गई हैं. दोनों कंपनियों के मुताबिक बातचीत से तय किया गया है कि वे अपनी कंपनियों के बीच पहले से घोषित ऑटोमोटिव संयुक्त उद्यम को पूरा नहीं करेंगे. 

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Ford और Mahindra हुए अलग

यह फैसला समझौते के खत्‍म होने के बाद लिया गया है, जिसे अक्टूबर 2019 में शुरू किया गया था. महिंद्रा एंड महिंद्रा ने एक बयान में कहा कि Ford और Mahindra ने अलग-अलग फैसलों के बाद ऐसा करने की सोची. महिंद्रा ने कहा कि इस फैसले का उसके उत्पाद योजना पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

Ardour Automotive Private ltd

बता दें कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने फोर्ड मोटर कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी में महिंद्रा एंड महिंद्रा की हिस्सेदारी खरीदने को मंजूरी दी थी. इससे देश में दोनों कंपनियों का JV बनाने का रास्ता साफ हो गया था. बीते साल अक्टूबर में महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा था कि वह अर्डर ऑटोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड (Ardour Automotive Private ltd) में 657 करोड़ रुपये में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी.

Mahindra-Ford JV

प्रतिस्पर्धा आयोग के मुताबिक उसने M&M और फोर्ड मोटर के बीच संयुक्त उद्यम के गठन और फोर्ड इंडिया के वाहन कारोबार को संयुक्त उद्यम को स्थानांतरित करने को अनुमति दे दी है.

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Mahindra stake in JV

अर्डर ऑटोमोटिव में शेष 49 प्रतिशत हिस्सेदारी फोर्ड मोटर कंपनी और उसकी सहयोगी कंपनियों के पास है. नया संयुक्त उद्यम फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (FIPL) के वाहन कारोबार का अधिग्रहण करेगा. यह फोर्ड मोटर की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी है.