केंद्र सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय (Road Transport Ministry) ने सभी नेशनल हाईवे (National Highway) पर टोल वसूली को ऑनलाइन करने का फैसला किया है. इसके तहत ई-मनी द्वारा ही टोल (Toll) वसूला जाएगा. जितने भी NHAI के टोल हैं. वहां पर फासटैग (Fastag) के जरिए Toll लेने की प्लानिंग शुरू कर दी गई है. इन पर 1 दिसंबर से पूरी तरह से Fastag के जरिए ही टोल लिया जाएगा.

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ढाई फीसदी कैश बैक

फास्ट टैग 400 से 500 रुपए में उपलब्ध है. इसे ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है. इसमें 100 रुपए फास्ट टैग की कीमत, 200 रुपए रिफंडेबल सिक्योरिटी राशि और 200 रुपए का प्रारंभिक रिचार्ज शामिल है. इसकी वैलिडिटी लाइफटाइम रहेगी. वहीं हर ट्रांजेक्शन पर ढाई फीसदी कैश बैक भी वाहन चालक को मिलेगा.

कैश की सिर्फ 1 लाइन

NHAI के कोटा पीआईयू कार्यालय ने अपील की है कि सभी लोग 1 दिसंबर के पहले अपने वाहनों में Fastag लगवा लें, ताकि उन्हें टोल प्लाजा पर परेशानी का सामना न करना पड़े. उन्होंने कहा कि 1 दिसंबर से केवल टोल प्लाजा पर एक ही लेन कैश वाली होगी, जिस पर लंबी कतार का सामना वाहन चालकों को करना पड़ेगा.

टोल पर पास होने की क्षमता भी बढ़ेगी

एनएचएआई के पीडी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में नकद भुगतान के कारण 1 घंटे में मात्र 240 वाहन ही टोल प्लाजा पर क्रॉस कर पाते हैं. Fastag लेना शुरू होने के बाद इसकी क्षमता 1200 तक पहुंच जाएगी. इससे वाहनों का फ्यूल और चालक का समय बचेगा.

1 माह में कर देंगे लागू

NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने Fastag की तैयारी शुरू कर दी है, जिसके तहत 11 नवंबर से कोटा के सभी टोल पर दो Fastag लेन शुरू कर दी जाएगी. जहां पर कैश टोल नहीं लिया जाएगा. वर्तमान में केवल एक Fastag लेन है, जिसमें भी कैश काउंटर साथ में संचालित होता है. इसके साथ ही 1 दिसंबर से एक को छोड़कर सभी लेन Fastag होगी.