इन नियमों के चलते कार खरीद पर मिल सकता है भारी डिस्काउंट, बाजार में बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा
बीएस-6 मानकों के क्रियान्वयन के लिए ऑटोमोबाइल कंपनियों को अपने पुराने स्टाक को औने पौने दाम पर बेचना पड़ सकता है. ऐसे में लोगों को ये गाड़ियां कुछ आकर्षक डिस्काउंट पर मिल सकता है. हालांकि ऑटोमोबाइल कंपिनियों को इन नियमों के पालन में कुछ नुकसान हो सकता है.
बीएस-6 मानकों के क्रियान्वयन के लिए ऑटोमोबाइल कंपनियों को अपने पुराने स्टाक को औने पौने दाम पर बेचना पड़ सकता है. ऐसे में लोगों को ये गाड़ियां कुछ आकर्षक डिस्काउंट पर मिल सकता है. हालांकि ऑटोमोबाइल कंपिनियों को इन नियमों के पालन में कुछ नुकसान हो सकता है.
बाजार में बड़ी संख्या में उपलब्ध होंगी गाड़ियां
बजाज ऑटो लिमिटेड ने अगले साल अप्रैल से लागू होने जा रहे भारत स्टेज छह (बीएस-6) के अप्रत्याशित परिणाम होने की आशंका व्यक्त की है. बजाज ऑटो के अनुसार बीएस-6 मानकों के क्रियान्वयन के चलते घरेलू बाजार में पुराने बीएस-4 वाहनों की बाजार में एक साथ भरमार हो सकती है. इससे चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में कीमतों को लेकर अवांछित मूल्य प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है.
कंपनियां कर रही हैं नए नियम की तैयारी
कंपनी ने 2018-19 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि उसके मोटरसाइकिल, तिपहिया वाहन तथा छोटे चौपहिया वाहन एक अप्रैल 2020 से कुछ महीने पहले ही बीएस-6 मानक लायक हो जाएंगे. कंपनी ने कहा है कि प्रतिस्पर्धी कंपनियों की इस संबंध में तैयारी को लेकर कुछ कहना मुश्किल है.
बीएस-6 नियमों के पालन से बाजार में रहेगी हलचल
कंपनी ने अपने शेयरधारकों से कहा, ‘‘पूरे उद्योग जगत के लिये हमारा मानना है कि एक अप्रैल 2020 से लागू हो रहे बीएस-6 उत्सर्जन मानकों के अप्रत्याशित परिणाम हो सकते हैं.’’ उसने कहा, ‘‘हालांकि प्रतिस्पर्धी कंपनियों के बीएस-6 को लेकर तैयारी का अनुमान लगा पाना मुश्किल है. यदि उनमें से कुछ या अधिकांश के पास बीएस-4 वाहनों का बड़ा भंडार रहा, इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में वे इसे बाजार में झोंकने को बाध्य हो जाएंगे.’’
कीमतों को ले कर बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा
कंपनी ने कहा, ‘‘इससे कीमतों को लेकर अवांछित प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है जो हर किसी के लिये नुकसानदेह होगा. हम यह दावा नहीं कर सकते हैं कि ऐसा होगा ही, लेकिन हम इस जोखिम की आशंका को पूरी तरह से दरकिनार भी नहीं कर सकते हैं.’’
बजाज ऑटो है तैयार
कंपनी ने कहा कि विभिन्न श्रेणियों में घरेलू बाजार और प्रतिस्पर्धी होगा तथा वह समय अब समाप्त हो रहा है जब कोई एक विनिर्माता एक या अधिक श्रेणी में वर्चस्व का दावा कर सके. उसने कहा कि 16 हजार करोड़ रुपये से अधिक के सरप्लस के साथ बजाज ऑटो में इस तरह की प्रतिस्पर्धा से उबरने की क्षमता है.