दिल्ली में शुरु हुआ पहला इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन, आसानी से चार्ज होगी ई कार
दिल्ली में प्रदूषण की समस्या को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ई वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह के काम कर रही है. इसी कड़ी में दिल्ली के ऊर्जा मंत्री श्री सत्येन्द्र जैन ने मंगलवार को साउथ एक्स पार्ट-2 स्थित बीएसईएस के ग्रिड में पहले स्मार्ट पब्लिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन किया.
दिल्ली में प्रदूषण की समस्या को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ई वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह के काम कर रही है. इसी कड़ी में दिल्ली के ऊर्जा मंत्री श्री सत्येन्द्र जैन ने मंगलवार को साउथ एक्स पार्ट-2 स्थित बीएसईएस के ग्रिड में पहले स्मार्ट पब्लिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन किया.
दिल्ली में आसानी से चार्ज हो सकेंगे ई वाहन
यह अपनी तरह का अनोखा कांन्सेप्ट है, जो एक मोबाइल ऐप के माध्यम से काम करेगा. इलेक्ट्रीफाइ नाम के मोबाइल ऐप पर वाहन मालिक ऑनलाइन देख सकते हैं कि उनका नजदीकी चार्जिग स्टेशन कौन सा है और किस चार्जिंग स्टेशन पर अभी चार्जिंग पोर्ट खाली है या चार्जिंग के लिए कितनी वेटिंग है. यही नहीं, वेटिंग से बचने के लिए वे वहां पर जाने से पहले ही अपने लिए एक चार्जिग स्लॉट भी बुक कर सकते हैं और उसके लिए ऑनलाइन भुगतान भी कर सकते हैं. यह व्यवस्था इस लिए की गई है ताकि इलेक्ट्रिक वाहनों के मालिकों का समय बचे और चार्जिंग स्टेशन पर जाने के बाद उन्हें कोई दिक्कत न हो. ऑनलाइन अग्रिम भुगतान क्रेडिट/डेबिट कार्ड, ई वॉलेट, यूपीआई और भीम ऐप के माध्यम से किया जा सकता है.
इस वित्त वर्ष में लगेंगे 50 चार्जिंग स्टेशन
बीआरपीएल, जेनसॉल चार्ज प्राइवेट लिमिटेड और टेकपर्सपेक्ट के बीच साझेदारी के जरिए यह स्मार्ट चार्जिंग स्टेशन शुरू किया गया है. साउथ एक्स पार्ट-2 के व्यस्त मार्केट में स्थित बीएसईएस के इस ग्रिड में फिलहाल, एक साथ दो इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज किए जा सकते हैं. लेकिन, जल्द ही चार्जिंग स्टेशनों की संख्या बढ़ाई जाएगी. इस वित्त वर्ष में बीएसईएस ऐसे करीब 50 चार्जिंग स्टेशन लगाएगी. यही नहीं, आने वाले कुछ वर्षों के दौरान ऐसे 150 चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे.
प्रति किलोमीटर 1.80 रुपये का आएगा खर्च
एक इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने में सभी शुल्कों को मिलाकर वाहन मालिक को अनुमानित तौर पर 160 रुपये से 200 रुपये का खर्च आएगा. इसके अनुसार इलेक्ट्रानिक वाहन को चलाने में प्रति किलोमीटर 1.60 रुपये से 1.80 रुपये का खर्च आएगा, जो कि ,पेट्रोल या डीजल और यहां तक कि सीएनजी वाहनों के मुकाबले भी काफी सस्ता है. इस तरह, इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने वाले लोग हर किलोमीटर पर अच्छी मात्रा में पैसों की बचत कर सकते हैं. इसके अलावा, इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी और पर्यावरण बेहतर बनेगा.
ई चार्जिंग को दिया जाएगा प्रोत्साहन
बीआरपीएल के सीईओ अमल सिन्हा ने इस मौके पर कहा कि अक्षय ऊर्जा को बड़े पैमाने पर प्रमोट करने के बाद अब हम इलेक्ट्रिक वाहनों और उनकी चार्जिंग को बढ़-चढ़कर प्रोत्साहन देने में जुटे हैं. इससे संबंधित स्ट्रैटजी और फ्रेमवर्क विकसित करने के लिए हम कुछ महत्वपूर्ण स्टेकहाल्डरों के साथ संपर्क में हैं, ताकि ई-मोबिलिटी को प्रोत्साहन देने के लिए एक इकोसिस्टम तैयार किया जा सके. अपनी इसी प्रतिबद्धता के तहत, हम अपने बेड़े में इलेक्ट्र्कि वाहनों को शामिल कर रहे हैं. साथ ही, चार्जिंग स्टेशन विकसित करने के लिए विभिन्न संस्थाओं के साथ साझेदारी भी कर रहे हैं.