आपके पास कार या बाइक है तो टायर का खास ध्यान रखना जरूरी है. कार हो या बाइक, इसका सबसे अहम पार्ट टायर होता है. ऐसे में टायर मॉनिटरिंग करना और टायर की लाइफ को बढ़ाना ये जरूरी है. ऐसा करने से कार के टायर की लाइफ बढ़ जाएगी. टायर की लाइफ बढ़ानी है तो कार या बाइक राइडर को कुछ बातों का खास ख्याल रखना जरूरी है. जितना अच्छी तरह से कार के टायर का ख्याल रखा जाएगा, उतना ही अच्छा कार का टायर बढ़िया परफॉर्म करेगा. यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जिससे कार का खास ख्याल रखा जा सकता है. 

टायर के प्रेशर को रेगुलर चेक करना

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आपकी गाड़ी का टायर कितना चलेगा, ये काफी हद तक आपके टायर के एयर प्रेशर पर निर्भर करता है. अगर टायर में हवा पूरी ना भरी हुई तो उस पर ज्यादा दबाव पड़ता है और वो जल्दी घिसता है. ऐसे में कार या बाइक के टायर को टाइम-टू-टाइम चेक करवाते रहना चाहिए, ताकि टायर घिसने की नौबत ना आए. 

अगर आप अपने टायर में नॉर्मल गैस की जगह नाइट्रोजन गैस भरवाते हैं, तो उससे टायर की लाइफ ज्यादा हो जाएगी.  नाइट्रोजन गैस, सामान्य गैस की तुलना में काफी बेहतर होती है और उसमें टायर के नम होने की संभावना कम रहती है. 

टायर को रखें इस तरह ख्याल

रास्ते में टायर पंक्चर होने पर लगवाने के बजाय टायर सीलेंट का प्रयोग करें. ऐसा करने पर पंक्चर तुरंत ठीक हो जाता है और एयर प्रेशर का भी नुकसान नहीं होता. अगर आप लंबे सफर पर निकल रहे हों तो टायर सीलेंट हमेशा एक बढ़िया ऑप्शन है. 

कार के ज्यादा या खराब रास्तों पर चलने की वजह से कार के पहियों में व्हील डिस्बैलेंसिंग या अलाइनमेंट जैसी समस्या आ जाती है. जिसकी वजह से कार के टायर्स जल्दी घिसने लगते हैं और कार का माइलेज कम मिलने लगता है. इससे बचने के लिए लगभग हर 10,000 किलोमीटर कार चलने पर पहियों का अलाइनमेंट करना जरुरी होता है.

टायर के साथ ना कराएं मोडिफाई 

वाहन खरीदने के बाद कई लोग उसे मॉडिफाइड करवाने के लिए अलग से टायर लगवा लेते हैं. अक्सर ऐसे टायर वाहन साइज में छोटे या बड़े होते हैं. ऐसे टायर लगवाने से गाड़ी के माइलेज और इंजन पर तो असर पड़ता ही है. साथ ही वे टायर (Car-Bike Tyre Care) भी जल्दी जल्दी घिसते हैं, जिससे आपको आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. 

कार का टायर कब बदलना चाहिए

बाइक-कार का टायर 40 हजार किलोमीटर तक ही चल पाता है. उसके बाद उसे बदलवा लेने में ही समझदारी होती है. ऐसा न करने पर वह रास्ते में पंक्चर होकर कहीं भी आपको धोखा दे सकता है. आप टायरों (Car-Bike Tyre Care) के घिसने का अंदाजा उनकी मोटाई घटने से भी लगा सकते हैं.