Audi Electric Vehicle Local Production: जर्मनी की लग्जरी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी Audi की इलेक्ट्रिक कार अब कम दाम में मिल सकती है. कंपनी ने बड़ा ऐलान किया है. कंपनी ने घोषणा की है कि आने वाले समय में वो अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल की असेंबलिंग भारत में ही शुरू करने पर विचार कर रही है. लग्जरी वाहन विनिर्माता कंपनी ऑडी इंडिया इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) का स्थानीय स्तर पर असेंबलिंग शुरू करने पर विचार कर रही है. ऐसा होने पर कंपनी भारत में कम कीमत पर वाहन उपलब्ध करा सकेगी और उसका ग्राहक आधार बढ़ाने में मदद मिलेगी. बता दें कि मौजूदा समय में भारत में ऑडी की इलेक्ट्रिक व्हीकल की रेंज आयात होती है. 

Audi EV की रेंज

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ऑडी की इलेक्ट्रिक व्हीकल रेंज में Q8 50 e-tron, Q8 55 e-tron, Q8 Sportback 50 e-tron, Q8 Sportback 55 e-tron, e-tron GT और RS e-tron GT शामिल हैं. इन कार का भारत में इम्पोर्ट होता है लेकिन अब कंपनी इन कार को भारत में ही असेंबल करने पर फोकस कर रही है. 

ये मॉडल भारत में ही होते हैं असेंबल

हालांकि कंपनी के पोर्टफोलियो में शामिल Q3, Q3 Sportback, Q5, Q7, A4 और A6 के पेट्रोल वर्जन को भारत में ही असेंबल किया जाता है. ये कार महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्थित प्लांट में असेंबल किया जाता है. 

ईवी की असेंबली स्थानीय करने पर जोर

पीटीआई-भाषा से बातचीत में ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लों ने कहा कि ईवी का स्थानीय विनिर्माण शुरू करने पर कार्य प्रगति पर है और कंपनी के वैश्विक मुख्यालय के साथ इस पर सक्रिय चर्चा चल रही है. उन्होंने कहा कि हम ऑडी एजी के साथ बहुत सकारात्मक रूप से काम कर रहे हैं और उम्मीद है कि किसी समय हम इसकी (ईवी मॉडलों की स्थानीय स्तर पर असेंबलिंग) घोषणा कर सकेंगे. 

प्रक्रिया शुरू होने के संभावित समय के बारे में पूछने पर ढिल्लों ने कोई विशिष्ट तारीख नहीं बताई लेकिन कहा कि भारतीय दल वैश्विक मुख्यालय के साथ बहुत सक्रियता के साथ इस मुद्दे पर बातचीत कर रहा है. 

2-3 साल में आएंगे नए EVs

कंपनी का कहना है कि अगले 2-3 साल में कंपनी ग्लोबल स्तर पर मल्टीपल इलेक्ट्रिक मॉडल्स लाने की तैयारी कर रही है, जिसमें से कुछ भारत में भी लॉन्च होंगी. मौजूदा समय में कंपनी की ईवी सेगमेंट से सेल्स 2 फीसदी है. साल 2022 में कंपनी ने 4,187 यूनिट्स की सेल्स की थी. दिसंबर 2023 में कंपनी ने 7,931 यूनिट्स की सेल्स का आंकड़ा दर्ज किया था, जो 89 फीसदी की ग्रोथ है.