केरल बाढ़ से प्रभावित कस्टमर्स के लिए आगे आई ये EV कंपनी, 31 अगस्त तक देगी फ्री में मिलेंगी ये सर्विस
Ather Energy Kerala Flood: केरल के वायनाड में आई प्राकृतिक आपदा के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी एथर एनर्जी ने कस्टमर्स के लिए विशेष राहत का ऐलान किया है.
Ather Energy Kerala Flood: केरल के वायनाड में 30 जुलाई को हुए भूस्खलन की घटनाओं में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. केरल की बाढ़ से आम आदमी का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रखा है. ऐसे में इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी एथर एनर्जी अपने कस्टमर्स के लिए आगे आई है. केरल राज्य में बाढ़ प्रभावित कस्टमर्स के लिए विशेष राहत का ऐलान किया है.
कस्टमर्स को फ्री में मिलेंगी ये सर्विस
एथर एनर्जी ने केरल बाढ़ को लेकर सोशल मीडिया पर कहा कि केरल बाढ़ से प्रभावित वाहनों के लिए कंपनी ने कुछ उपाय किए हैं. इसके लिए कंपनी केरल बाढ़ से स्कूटरों को रोड साइड असिस्टेंस (RSA) बिल्कुल मुफ्त देने का फैसला किया है. इसके अलावा बाढ़ से खराब हुए नॉन इंश्योरेंस पार्ट को बदलने के लिए 10 फीसदी छूट देने का फैसला किया है. Ather Energy इन बीमा पॉलिसियों का निपटारों को प्राथमिकता से करेगी.
एथर ने कहा कि कस्टमर्स के लिए ये सभी ऑफर 30 जुलाई 2024 से 31 अगस्त तक लागू रहेंगे.
सरकार देगी मुफ्त राशन
केरल सरकार ने वायनाड जिले के भूस्खलन प्रभावित मुंडक्कई और चूरलमाला क्षेत्रों के लोगों को शनिवार को मुफ्त राशन देने की घोषणा की. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री जी आर अनिल ने कहा कि मुंडक्कई और चूरलमाला के लोगों को अगस्त महीने का राशन मुफ्त मिलेगा.
फिलहाल प्राथमिकता वाले वर्ग को मुफ्त और गैर प्राथमिकता वाले वर्ग को उचित मूल्य पर राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. हालांकि, उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में सभी वर्गों को मुफ्त में राशन उपलब्ध कराया जाएगा.
वायनाड में भूस्खलन से 200 से अधिक लोगों की मौत
केरल के वायनाड जिले में 30 जुलाई को बड़े पैमाने पर हुये भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 218 हो गई है. प्रशासन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, मृतकों में 90 महिलाएं और 30 बच्चे शामिल हैं. इसमें बताया गया है कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में मलबे से अब तक 143 मानव अंग भी बरामद किए जा चुके हैं.
बयान के अनुसार, 218 शवों में से 152 की पहचान उनके परिजनों ने कर ली है. लगभग 300 लोगों के लापता होने की आशंका है तथा बचावकर्मी नष्ट हो चुके घरों और इमारतों में खोजबीन करते समय जलमग्न मिट्टी सहित अन्य प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझ रहे हैं.