ट्रेड वार को लेकर अमेरिका और चीन फिर से अपने सख्त रुख की ओर बढ़ रहे हैं. आपको बता दें कि अमेरिकी सरकार ने 15 अगस्त को चीन के 3 खरब डॉलर के माल पर 10 प्रतिशत टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की थी. यह फैसला क्रमश: 1 सितंबर और 15 दिसंबर को दो खेपों में लागू किया जाएगा. अब इसके विरोध में चीन को जवाबी कदम उठाना पड़ा है. 

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चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग के हवाले से खबर है कि चीन के कस्टम कानून, विदेशी व्यापार कानून और आयात-निर्यात सीमा शुल्क नियमावली आदि कानून और अंतर्राष्ट्रीय कानून के बुनियादी सिद्धांत के अनुसार चीनी राज्य परिषद के सीमा शुल्क आयोग ने 75 अरब डॉलर के अमेरिकी वस्तुओं पर 10 या 5 प्रतिशत टैरिफ बढ़ाने का फैसला किया है. यह फैसला क्रमश: 1 सितंबर और 15 दिसंबर को प्रभावी होगा. 

(रॉयटर्स)

अमेरिका के इस कदम से चीन-अमेरिका ट्रेड वार और बिगड़ गया है. चीन और अमेरिका समेत बहुत से देशों के हितों को नुकसान पहुंचा है और बहुपक्षीय व्यवस्था और फ्री ट्रेड सिद्धांत को खतरा पैदा हो गया है. चीन ने फिर एक बार दोहराया कि चीन और अमेरिका के लिए सहयोग करना एकमात्र सही विकल्प है. आशा है कि दोनों पक्ष आपसी सम्मान, समानता और विश्वास के आधार पर स्वीकार्य तरीके से मतभेद का समाधान करेंगे.