संसद की एक समिति ने 25 फरवरी को ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जैक डोरसी को समिति के समक्ष उपस्थित होने को कहा है. समिति ने सोमवार को कंपनी के ‘कनिष्ठ अधिकारियों’ से मिलने से मना कर दिया. सूचना प्रौद्योगिकी विभाग पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष अनुराग सिंह ठाकुर ने यह जानकारी दी. ट्विटर के मुख्य कार्यकारी को 11 फरवरी को ‘सोशल या ऑनलाइन मीडिया मंचों पर नागरिकों के अधिकारों की रक्षा’ विषय पर समिति की बैठक में उपस्थित होना था लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए. सूत्रों के अनुसार भाजपा सांसद लाल कृष्ण आडवाणी समेत समिति के अन्य सदस्यों ने इसे गंभीरता से लिया है.

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ठाकुर ने कहा कि ट्विटर प्रमुख एवं अन्य प्रतिनिधियों को 25 फरवरी को पेश होने के लिये कहा गया है. शनिवार को ट्विटर ने एक बयान जारी कर डोरसी के इतने कम अवधि के नोटिस पर समिति के समक्ष पेश होने में असमर्थता जतायी थी.

सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान ट्विटर के स्थानीय कार्यालय के प्रतिनिधि समिति के समक्ष पेश होने के लिये संसद की एनेक्सी में पहुंचे थे लेकिन उन्हें बैठक में नहीं बुलाया गया. समिति की बैठक पहले सात फरवरी को होने वाली थी. ट्विटर सीईओ तथा अन्य अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिये इसे टालकर बैठक की तिथि 11 फरवरी कर दी गयी थी. सूत्रों का कहना है कि सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के प्रमुखों को भी समिति बुला सकती है. लेकिन अभी इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है.