अमेरिका और चीन के बीच चल रहा व्यापार युद्ध यानी ट्रेड वॉर कई दौर की बातचीत के बाद भी कहीं थमता नजर नहीं आ रहा है. उल्टा इसके असर से अमेरिका में जूते और कपड़े महंगे हो गए हैं. क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 112 अरब डॉलर के चीन सामानों पर 15 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का जो फैसला लिया था वह रविवार से लागू हो गया है. इसका असर अमेरिका में कपड़े, जूते, खेल सामान और अन्य कंज्यूमर सामानों पर दिखने लगा है.

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इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के बाद अमेरिका में चीन से आयात किए जाने वाला लगभग दोतिहाई उपभोक्ता सामान अब महंगा हो जाएगा. इससे पहले अमेरिका ने जब भी चीन से आयात पर शुल्क बढ़ाने की कार्रवाई की तो उपभोक्ता सामान को छोड़ दिया था.

इस इजाफे के बाद ज्यादातर रिटेल सामानों की कीमतें बढ़ सकती हैं. ट्रंप सरकार के इस फैसले से अमेरिका की अर्थव्यवस्था को झटका लगने का खतरा है क्योंकि उपभोक्ता व्यय यहां की अर्थव्यवस्था का प्रमुख चालक है. इसके अलावा कमजोर वैश्विक वृद्धि की वजह से निर्यात कमजोर है और कारोबारों ने निवेश व्यय को कम कर दिया है.

डोनाल्ड ट्रंप के ऊंचे शुल्क लगाने पर कई अमेरिकी कंपनियों ने सरकार को आगाह किया था कि उन्हें यह बढ़ी लागत ग्राहकों से वसूलने पर मजबूर होना पड़ेगा और उन्हें चीन से इंपोर्ट सामान महंगा खरीदना पड़ेगा. हालांकि कुछ कारोबारों का कहना है कि वहद कीमतें बढ़ाने के बजाय बढ़ी लागत वहन करने का निर्णय कर सकते हैं.

 

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रविवार की शुल्क बढ़ोत्तरी के बाद से चीन से इंपोर्ट होने वाले कपड़े और रेडीमेड गारमेंट पर शुल्क 87 फीसदी और जूतों पर 52 फीसदी हो जाएगा.