कौन है हयात तहरीर अल-शाम, जिसने सीरिया की राजधानी दमिश्क पर किया कब्जा, राष्ट्रपति असद देश छोड़ के भागे
Syria Civil War: सीरिया के विद्रोही गुट ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है. वहीं, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद देश छोड़कर चले गए हैं. जानिए कौन है सीरिया का विद्रोही गुट हयात तहरीर अल शाम.
Syria Civil War: सीरिया के विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम ने दावा किया है कि उन्होंने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है. कई मीडिया आउटलेट्स ने विद्रोही ताकतों का हवाला देते हुए बताया कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर चले गए हैं.अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक प्रमुख विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के कमांडर अबू मोहम्मद अल-जुलानी का कहना है कि सभी राज्य संस्थाएं अल-असद के प्रधानमंत्री की निगरानी में तब तक रहेंगी जब तक उन्हें आधिकारिक रूप से सौंप नहीं दिया जाता. HTS संगठन एक वक्त अल-कायदा से जुड़ा हुआ था और सीरियाई गृहयुद्ध में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है.
अल नुसरा फ्रंट था नाम, 2011 में हुआ था गठन
हयात तहरीर अल-शाम (HTS), सीरिया में एक सक्रिय आतंकी संगठन है. इसे पहले अल-नुसरा फ्रंट के नाम से जाना जाता था. इस आतंकी संगठन का गठन 2011 में हुआ था. इसी साल सीरिया में गृह युद्ध शुरू हुआ था. इस आतंकी संगठन का उद्देश्य सीरिया की असद सरकार को उखाड़ फेंकना और एक इस्लामिक राज्य स्थापित करना है. साल 2013 में अल-नुसरा फ्रंट ने औपचारिक रूप से अल-कायदा के साथ अपनी जुड़ाव की घोषणा की थी.
2016-17 में बदल दिया था अपना नाम, इदलिब प्रांत पर किया था कब्जा
2016-17 में अपना नाम बदलकर जबात फतह अल-शाम कर लिया और अल कायदा से अपने औपचारिक संबंधों को तोड़ दिया था. हालांकि, ये अल कायदा की विचारधारा का पालन करता है. साल 2019 में हयात अल शाम ने सीरिया के इदलिब प्रांत के एक बड़े हिस्से पर अपना कब्जा जमा लिया था. यहां पर वह अपनी समानांतर सरकार चला रहा है. ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानी संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, सीरियाई विद्रोही गुटों ने कहा कि विद्रोही लड़ाके रविवार तड़के दमिश्क में घुस आए.
सीरिया के पीएम ने जारी किया है वीडियो, सड़कों पर सुनाई दी गोलियों की आवाज
निगरानीकर्ता ने कहा कि सैकड़ों सरकारी सैनिकों को दमिश्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हटने का आदेश दिया गया है. कुछ सरकारी सैनिक अपनी सैन्य वर्दी उतारकर नागरिक कपड़े पहने हुए देखे गए. न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक दमिश्क की सड़कों पर गोलियों की तेज आवाजें सुनी गईं और राजधानी से बाहर जाने वाली वाली कारों के कारण यातायात काफी अधिक था. सीरियाई प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी जलाली ने विद्रोहियों द्वारा दमिश्क में प्रवेश करने के दावे के तुरंत बाद फेसबुक पर पब्लिश एक वीडियो किया है.
वीडियो में सीरिया के पीएम ने कहा कि वह लोगों द्वारा चुने गए किसी भी नेतृत्व के साथ 'सहयोग' करने के लिए तैयार हैं और उन्होंने नागरिकों से सार्वजनिक संपत्तियों में तोड़फोड़ न करने की अपील की है.
(न्यूज एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)