जापान में PM मोदी ने शिंजो आबे को दिया नायाब गिफ्ट, इस मुद्दे पर हुई महत्वपूर्ण बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिन्जो आबे रविवार को औद्योगिक रोबोट विनिर्माता कंपनी ‘फानुक’ के कारखाने गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा जापानी प्रधानमंत्री शिन्जो आबे रविवार को औद्योगिक रोबोट विनिर्माता कंपनी ‘फानुक’ के कारखाने गए. यह कारखाना टोक्यो के पश्चिम में यामानशी प्रशासनिक क्षेत्र में है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, 'आधुनिक प्रौद्योगिकी में हमारे बीच सहयोग को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो आबे फानुक कॉरपोरेशन के कारखाने गए. यह दुनिया में औद्योगिक रोबोट की सबसे बड़ी कंपनी है.' पीएम मोदी ने शिंजो आबे को हैंडक्राफ्टेड स्टोन बाउल और धुरी गिफ्ट की.
इससे पहले दिन में मोदी के होटल माउंट फूजी पहुंचने पर आबे ने उनका स्वागत किया. मोदी ने ट्वीट किया, 'आबे से मिलकर काफी खुशी हुई.' दोनों नेता बाग में साथ-साथ घूमे. दोनों नेताओं की बैठक में आपसी रिश्तों को मजबूत करने पर बातचीत हुई. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिन्जो आबे की यामानशी में मुलाकात हुई. दोनों नेता भारत-जापान रिश्तों को और गहरा करने के लिए बातचीत करेंगे.'
मोदी 13वें भारत- जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शनिवार की शाम को यहां पहुंचे. उन्होंने कहा कि आबे के साथ उनकी बैठक से दोनों देशों के दोस्ताना संबंधों को और मजबूती मिलेगी. दो दिन का यह सम्मेलन रविवार को शुरू हो रहा है. सम्मेलन में आपसी रिश्तों में हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी और द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक आयामों को और गहरा करने पर चर्चा होगी.
नई दिल्ली से जापान यात्रा के लिए रवाना होने से पहले मोदी ने भारत और जापान को ‘आपसी लाभ वाला गठजोड़’ बताया था. उन्होंने कहा था कि आर्थिक और प्रौद्योगिकी की दृष्टि से आधुनिकीकरण में भारत के लिए जापान सबसे भरोसेमंद भागीदार है. यह मोदी की आबे के साथ 12वीं बैठक है. प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की आबे के साथ सबसे पहली बैठक सितंबर, 2014 में हुई थी.
समझा जाता है कि शिखर बैठक के दौरान मोदी और आबे के बीच रक्षा और क्षेत्रीय सुरक्षा सहित विभिन्न मुद्दों पर बातचीत होगी. कहा जा रहा है कि मोदी की इस यात्रा से विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के संबंधों को मजबूत किया जा सकेगा.
भारत उम्मीद कर रहा है कि मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना और जापान के कार्यक्रम एशिया हेल्थ एंड वेलबीइंग इनीशिएटिव के बीच कुछ संयोजन या एकीकरण किया जा सकेगा. मोदी तोक्यो में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे और विभिन्न कारोबारी कार्यक्रमों तथा व्यापार मंच में भी हिस्सा लेंगे.
(एजेंसी इनपुट के साथ)