Pakistan Economic Crisis: आर्थिक तंगी और कर्जे में डूबे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के लिए बिजली चोरी एक बड़ा सिरदर्द बन गई है. पाकिस्तानी के बिजली मंत्री अवैस लेघारी ने बताया कि बिजली चोरी के कारण देश को हर साल 600 अरब पाकिस्तानी रुपए की चपत लग रही है. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि शनिवार को पाकिस्तान के पास 6000 मेगावॉट की अतिरिक्त बिजली थी, लेकिन इसे सप्लाई नहीं किया गई. इससे देश के खजाने को लगभग 2 अरब रुपये का नुकसान हो सकता था.

छह हजार मेगावॉट की अतिरिक्त बिजली की नई हुई सप्लाई

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अवैस लेघारी ने जीयो न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि जानबूझकर 6000 मेगावॉट की अतिरिक्त बिजली, चोरी के कारण हमने इसे सप्लाई नहीं किया, क्योंकि ये फीडर्स मीटर पर नहीं थे. अगर हम ये बिजली देते हैं, तो मीटर वाले उपभोक्ताओं को उसका भार उठाना पड़ेगा. सरकार के पास चैरेटी का पैसा नहीं है, जिसे दिया जा सके. बिजली चोरी को रोकना हमारी जिम्मेदारी है.' लेघारी ने कहा कि केंद्र ने खैबर पख्तूंखवा, बलोचिस्तान और सिंध से बिजली चोरी रोकने के लिए रिक्वेस्ट की है.

सबसे ज्यादा इन इलाकों में हो रही है बिजली चोरी

अवैस लेघारी ने कहा कि पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने बिना पूछे  सरकार की मदद शुरू की है. उन्होंने कहा. "बिजली चोरी सालाना 600 अरब रुपये का नुकसान करती है. हम इसे हर हाल में रोकेंगे और राजनीतिक दबाव या धमकियों के नीचे झुकेंगे नहीं. "  ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पेशावर इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (पेस्को) और ट्राइबल इलाकों में सालाना 137 अरब रुपये का नुकसान हो रहा है." कराची के अलावा सिंध में हर साल 51 अरब रुपये की बिजली चोरी हो रही है. 

ऊर्जा मंत्री के मुताबिक पंजाब प्रांत में 133 अरब और बलोचिस्तान में 100 अरब रुपये की बिजली चोरी हो रही है.  पेशावर, मरदान, डेरा इस्माइल खान, नौशेरा और चरसद्दा में 65 अरब रुपये की बिजली चोरी हो चुकी है.