इमरान खान के राज में 'तबाह' हुआ पाकिस्तान, शेयर बाजार में डूबे 1 लाख करोड़ रुपए
पिछले कारोबारी सत्र में पाकिस्तानी स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स KSE-100 गिरकर 4 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया. भारत-पाकिस्तान के साथ रिश्तों में बढ़ते तनाव की वजह से निवेशकों ने जमकर बिकवाली की है.
सर्जिकल स्ट्राइक हो या फिर एयर स्ट्राइक, आतंकवाद का मुद्दा हो या फिर कुलदीप जाधव पर कार्रवाई, पाकिस्तान ने हर मौके पर हिंदुस्तान से मुंह की खाई. रिश्तों में तनाव गहराता गया. सीमाओं पर भी तनाव बढ़ा. ऐसे में भारत ने सख्त कदम उठाए और पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया. विश्व में पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित कराने की सफल कोशिश भी की गई. कारोबारी रिश्तों में भी खटास आ गई और धीरे-धीरे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई. यह सबकुछ उस एक साल में हुआ, जब पाकिस्तान की आवाम ने अपने नए वजीरेआजम को चुना.
भाग गए निवेशक
इमरान खान के सत्ता में आने के बाद से भारत से पाकिस्तान के रिश्ते कोई बहुत अच्छे नहीं रहे. इसका सीधा असर पाकिस्तान के स्टॉक एक्सचेंज KSE-100 पर भी पड़ा. पाकिस्तान पहले ही पैसे-पैसे को मोहताज था. स्टॉक एक्सचेंज में गिरावट से उसे दोहरा झटका लगा. निवेशक दूर भागने लगे और शेयर बाजार अपने निचले स्तरों पर पहुंच गया.
4 साल के निचले स्तर पर बाजार
भारत-पाकिस्तान के साथ रिश्तों में बढ़ते तनाव की वजह से निवेशकों ने जमकर बिकवाली की है. पिछले कारोबारी सत्र में पाकिस्तानी स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स KSE-100 गिरकर 4 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया, जबकि मार्च 2015 में केएसई-100 अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचा था. पाकिस्तान के अखबार समाटीवी के मुताबिक, इमरान खान के राज में निवेशकों के 1 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपए शेयर बाजार में डूब चुके हैं.
क्यों गिर रहा है पाकिस्तानी शेयर बाजार?
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है- पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इन दिनों बहुत सुस्त हो चुकी है. साल 2020 तक पाकिस्तान की GDP में सिर्फ 2.7 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान है. वहीं, देश में बेरोजगारी दर अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. ऐसे में कंगाल होते पाकिस्तान में कोई भी निवेशक पैसा नहीं लगाना चाहता. पाकिस्तान के स्टॉक ब्रोकर्स कहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव शेयर बाजार को और कमजोर बना रहा है. इसीलिए पिछले 4 सत्र में KSE-100 इंडेक्स 5 फीसदी तक टूट गया है. आगे और बड़ी गिरावट की आशंका है.
इमरान खान के राज में तबाह हुआ स्टॉक मार्केट
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नए पाकिस्तान का नारा देकर प्रधानमंत्री बने. लेकिन, बीते एक साल उनके लिए बेहद खराब रहा. इमरान के राज में देश में महंगाई 11 फीसदी हो गई. वहीं, देश का विदेशी मुद्रा भंडार पूरी तरह से खाली हो गया. बीते एक साल के दौरान पाकिस्तान के शेयर बाजार की मार्केट वैल्यू 1 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपए गिर गई है. एक साल में बेंचमार्क इंडेक्स KSE-100 भी 12,596 अंक गिर चुका है.