तंगी से जूझते पाकिस्तान को अपनों से आस, क्या सुधर पाएंगे आर्थिक हालात?
देश से बाहर रह रहे 80 लाख पाकिस्तानियों ने पिछले साल 19.62 अरब डॉलर की रकम अपने घर भेजे थे. पाकिस्तान ने अब तक सबसे ज्यादा 19.91 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा वित्तीय वर्ष 2015-16 में हासिल किया था.
पाकिस्तान को वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान विदेश में रह रहे पाकिस्तानियों द्वारा भेजे जाने वाले पैसे (डॉलर में) की रिकॉर्ड प्रवाह होने की उम्मीद है. यह रकम रिकॉर्ड 22 अरब डॉलर हो सकती है. दरअसल पाकिस्तान सरकार ने विदेशों में रह रहे अपने पाकिस्तानी कामगारों से और अधिक पाकिस्तान भेजने यानी अपने घर भेजने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इन्सेंटिव पैकेज की पेशकश की है. यह पैसा आधिकारिक तौर पर बैंकिंग चैनल के द्वारा आएगा. विशेषज्ञों ने यह बात कही है.
विशेषज्ञों का कहना है कि देश से बाहर रह रहे 80 लाख पाकिस्तानियों ने पिछले साल 19.62 अरब डॉलर की रकम अपने घर भेजे थे. उनका कहना है कि पाकिस्तान ने अब तक सबसे ज्यादा 19.91 अरब डॉलर वर्ष 2015-16 में हासिल किया था.
पाकिस्तान को अपनों पर भरोसा
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के हाल के आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में विदेश से भेजी गई रकम में 13.14 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है. जुलाई-सितंबर के दौरान यह रकम 5.42 अरब डॉलर है. पिछले साल की समान अवधि में यह रकम 4.79 अरब डॉलर थी. पाकिस्तान को भरोसा है कि अगर पहली तिमाही का ट्रेंड बरकरार रहा तो चालू वित्तीय वर्ष में इस बार 22.19 अरब डॉलर की रकम प्राप्त हो सकती है.
इमरान खान ने किया ट्वीट
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल में अपने एक ट्वीट संदेश में कहा कि विदेशों में रह रहे हमारे नागरिक अधिक विदेशी मुद्रा भेजें, इसके लिए हम सारी सुविधा मुहैया कराएंगे और इसे आने वाले वर्षों में 40 अरब डॉलर तक ले जाएंगे.
खलीज टाइम्स की खबर के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के ताजा आंकड़ों में कहा गया है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से आने वाले विदेशी मुद्रा में पिछले पांच सालों में 39.36 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि इमरान खान सरकार की तरफ से विदेशी मुद्रा के प्रवाह को बढ़ाने के प्रयास का सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है. इससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में काफी मदद मिल सकती है.
स्वदेश पैसा भेजने में भारतीय आगे
विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2017 में प्रवासी भारतीयों ने 69 अरब डॉलर का भारी-भरकम रकम स्वदेश भेजा. यह रकम भारत के रक्षा बजट का डेढ़ गुना है. वहीं साल 2016 के मुकाबले 2017 में भारतीय प्रवासियों द्वारा स्वदेश भेजी गई रकम में 9.5 फीसदी वृद्धि भी हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक साल 1991 से 2017 के बीच विदेशों से भारतीय द्वारा भेजी जाने वाली रकम 22 गुना बढ़ी है. भारतीय 1991 में महज 3 अरब डॉलर स्वदेश भेजते थे जो 2017 में बढ़कर 69 अरब डॉलर हो गया. मौजूदा समय में 3 करोड़ से ज्यादा भारतीय विदेशों में रह रहे हैं. सबसे अधिक अमेरिका, सउदी अरब, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में रह रहे हैं भारतीय.