Petrol-Diesel Price Hike: 'कंगाल' पाकिस्तान पर गिरा महंगाई बम- आधी रात को पेट्रोल-डीजल 30 रुपए हुआ महंगा किया, ये रही वजह
Pakistan Petrol-Diesel price Hike: पाकिस्तान को फंड की जरूरत थी और उसने IMF से बेलआउट पैकेज की डिमांड की थी. लेकिन, IMF ने पाकिस्तान के आर्थिक हालात को देखते हुए फंड देने से इनकार कर दिया.
Pakistan Petrol-Diesel price Hike: आर्थिक रूप से कंगाल होते पाकिस्तान में महंगाई ने बम फोड़ दिया है. आधी रात को पेट्रोल-डीजल के भाव में 30 रुपए प्रति लीटर का इजाफा किया गया है. पाकिस्तान ने ये फैसला खाली होते सरकारी खजाने को बचाने के लिए किया है. पाकिस्तान को फंड की जरूरत थी और उसने IMF से बेलआउट पैकेज की डिमांड की थी. लेकिन, IMF ने पाकिस्तान के आर्थिक हालात को देखते हुए फंड देने से इनकार कर दिया. इससे बौखलाए पाकिस्तानी वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने ऐलान किया कि सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 30 रुपए प्रति लीटर का इजाफा किया जा रहा है.
कितना पहुंचा पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल का भाव?
बता दें कि पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के वस्तुओं पर सब्सिडी को खत्म करने पर जोर देने के बाद पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत में भारी बढ़ोतरी का ऐलान किया. वित्त मंत्री के ट्वीट कर पेट्रोल-डीजल और केरोसिन तेल के दामों में हुई बढ़ोतरी की जानकारी दी. पाकिस्तान में अब पेट्रोल का नया भाव 179.86 रुपए प्रति लीटर और डीजल 174.15 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया है और केरोसिन 155.95 रुपये प्रति लीटर में मिलेगा. IMF से बातचीत विफल होने के बाद आधी रात से पेट्रोल-डीजल प्रति लीटर 30 रुपए की वृद्धि की गई.
क्यों बढ़ाई गई पेट्रोल-डीजल की कीमतें?
विदेशी बैंकों ने पाकिस्तान की रिफाइनरियों को तेल आयात के लिए व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट) देना बंद कर दिया है. रॉयटर्स के मुताबिक, विदेशी बैंकों ने कहा है कि राजनीतिक रूप से तनावग्रस्त पाकिस्तान को आने वाले दिनों में ईंधन की कमी का सामना करना पड़ सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बैंकों ने ‘हाई कंट्री रिस्क’ अलर्ट का हवाला देते हुए तेल आयात आदेशों के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट (LC) की पुष्टि करने से इनकार कर दिया है.
कहीं रुक न जाए 6 बिलियन डॉलर की सहायता
पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाने के पीछे एक बड़ी वजह आर्थिक सहायता भी है. फिलहाल IMF के साथ बातचीत बेनतीजा रही है. लेकिन, 6 बिलियन डालर की आर्थिक साहयता न रुके इसके लिए पेट्रोलियम सब्सिडी हटाना और कीमतों में इजाफा करना जरूरी था. न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, गुरुवार को आइएमएफ और पाकिस्तान ने 900 मिलियन डालर से ज्यादा की धनराशि जारी करने के लिए समझौता किया था. लेकिन, समझौते से पहले पाकिस्तान को ईंधन सब्सिडी हटाना और तेल कीमतों में बढ़ोतरी करना जरूरी था. इसी के मद्देनजर पाकिस्तान सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों को बढ़ाया है.
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