'भूख' से बिलखता पाकिस्तान! थाली से गायब हुईं सब्जियां, केला-दही के दाम सुनकर चौंक जाएंगे
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म करने के विरोध में भारत के साथ क्रॉस बॉर्डर ट्रेड खत्म करना उसे खुद काफी महंगा पड़ा. महंगाई की मार ने वहां की आवाम को भूख से बिलखने पर मजबूर कर दिया है.
कर्ज का बोझ, पड़ोसी मुल्क के साथ ट्रेड खत्म, लगातार घटता देश का खजाना और महंगाई की मार... पाकिस्तान चौतरफा बर्बादी से घिरा है. बदहाली का मंजर अपनी आंखों से देख रहा है. भारत के साथ दुश्मनी का असर इतना गहरा है कि खाने तक के लाले पड़ गए हैं. जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म करने के विरोध में भारत के साथ क्रॉस बॉर्डर ट्रेड खत्म करना उसे खुद काफी महंगा पड़ा. महंगाई की मार ने वहां की आवाम को भूख से बिलखने पर मजबूर कर दिया है. लोग खाने-पीने की चीजें खरीदने से भी घबराने लगे हैं.
कितने हैं सब्जियों के दाम
डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, कराची में अदरक 400 रुपए पहुंच गया है. लहुसन 320 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. तुरई 150 रुपए प्रति किलो, लौकी 120 रुपए प्रति किलो, बंदगोभी 80 रुपए प्रति किलो और शिमला मिर्च 120 रुपए पहुंच चुकी है. हरी मिर्च ने तो तड़के का स्वाद ही बिगाड़ दिया है. फुटकर बाजार में हरी मिर्च 100 रुपए रुपए किलो बिक रही है. चीन से इंपोर्ट होने वाला अदरक थोक बाजार में 280 रुपए प्रति किलो है. वहीं, ईरान का लहुसन 240 रुपए किलो के दाम पर बिक रहा है.
ब्रेड-मक्खन खाने के लाले
ब्रेड और मक्खन खरीदने से लोग घबरा रहे हैं. छोटी ब्रेड का पैकेट 35 रुपए, मध्यम साइज की ब्रेड 56 रुपए और बड़ी ब्रेड का पैकेट 100 रुपए का बिक रहा है. वहीं, चार पीस वाला बन 55 रुपये और रस्क के पैकेट का दाम 80 रुपए है. चीनी की कीमत 72 रुपए प्रति किलो हो गई हैं.
कितना महंगा बिक रहा सामान
प्रोडक्ट | दाम |
प्याज | 64.69 रुपए प्रति किलो |
टमाटर | 99 रुपए प्रति किलो |
चीनी | 77.30 रुपए प्रति किलो |
केले | 130 रुपए दर्जन |
सरसों का तेल | 246 रुपए प्रति लीटर |
दूध | 108 रुपए प्रति लीटर |
दही | 122 रुपए प्रति किलो |
मटन | 1009 रुपए प्रति किलो |
केरोसिन | 151.25 रुपए प्रति लीटर |
LPG सिलेंडर | 1362.50 रुपए (11 लीटर) |
पेट्रोल | 113.18 रुपए प्रति लीटर |
डीजल | 127.30 रुपए प्रति लीटर |
6 साल की ऊंचाई पर महंगाई
पाकिस्तान में महंगाई 6 साल के उच्चतम स्तर पर है. महंगाई दर 10.34% पहुंच गई, जो नवंबर 2013 के बाद से सबसे अधिक है. महंगाई को काबू में करने के लिए पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर को पहले ही 10.75% कर दिया था. लेकिन, भारत के साथ ट्रेड बंद होने से महंगाई और बढ़ी है. वहीं, बढ़ती महंगाई और कम खपत की वजह से कुछ कंपनियों ने अपना कारोबार पाकिस्तान से समेटना शुरू कर दिया है.