अमेरिका चीन के बड़े ब्रांड Huawei टेक्‍नोलॉजीज के उपकरणों के दुनियाभर के इस्‍तेमाल पर रोक लगाने की कोशिश में है. इस क्रम में जापान कंपनी के टेलीकॉम उपकरणों के सरकारी काम में इस्‍तेमाल पर रोक लगाने की तैयारी कर रहा है. वह ZTE को भी सर्विस प्रोवाइडर की सूची से बाहर करने जा रहा है. वह अमेरिका की एडवाइजरी पर ऐसा कदम उठा सकता है. अमेरिका ने साथी देशों के वायरलैस और इंटरनेट प्रोवाइडर्स से ताकीद को थी कि वह इस चीनी ब्रांड के टेलीकम्‍युनिकेशन उपकरणों का इस्‍तेमाल बंद कर दें.

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क्‍यों पीछे पड़ा है अमेरिका

Huawei टेक्‍नोलॉजीज के खिलाफ इस समय पश्चिमी खुफिया एजेंसियां जांच कर रही हैं. उन्‍हें संदेह है कि कंपनी की चीनी सरकार के साथ मिलीभगत है. उसके उपकरणों के जरिए चीन जासूसी करा रहा है. इसके बाद अमेरिकी अधिकारियों ने साथी देशों में कंपनी के उपकरणों को इस्‍तेमाल को रोकने के प्रयास तेज कर दिए हैं.

 

कनाडा में हुई थी बड़े अधिकारी की गिरफ्तारी 

कनाडा में बीते दिनों कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी की गिरफ्तारी हुई थी. इस पर चीन ने सख्‍त नाराजगी जा‍हिर की थी. इस मामले में कनाडा के प्रधानमंत्री को बयान जारी कर सफाई देनी पड़ी थी कि इसके पीछे कोई राजनीति नहीं है. कंपनी के संस्थापक की बेटी मेंग वानझोउ को कनाडा में गिरफ्तार किया गया है. उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा सकता है. बीजिंग से मिली खबर के मुताबिक चीन के सरकारी मीडिया में इस गिरफ्तारी को ‘घिनौनी हरकत’ बताया गया.