सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने व्हाट्सएप (Whatsapp) पर बाल यौन उत्पीड़न से जुड़े वीडियो साझा करने की एक खबर पर इस मैसेजिंग एप को पत्र लिखकर मंच का दुरुपयोग रोकने के लिए कदम उठाने को कहा है.

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इस घटनाक्रम से जुड़े सूत्र ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि सूचना-प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने व्हाट्सएप से पूछा है कि इस समस्या से निपटने के लिए उसकी योजना क्या है. मंत्रालय ने व्हाट्सएप को पत्र लिखकर कहा है कि मंच के इस तरफ के दुरुपयोग को रोकने के लिए स्पष्ट कदम उठाये जाने की जरूरत है.

व्हाट्सएप से जब ईमेल के जरिए इस बाबत पूछा गया तो उसने कुछ सामान्य प्रश्नों (एफएक्यू) से जुड़ा एक लिंक साझा कर दिया. इसमें कहा गया है कि एप की बाल यौन उत्पीड़न को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति है.

उसने कहा है, 'हमारी नीति ऐसे उपयोक्ताओं को व्हाट्सएप पर प्रतिबंधित करने की है, जिनके बारे में यह पता चल जाता है कि वे बच्चों के शोषण एवं उनको खतरे में डालने वाले वीडियो साझा करते हैं...व्हाट्सएप के पास एक समर्पित टीम है, जिसमें कानून प्रवर्तन, ऑनलाइन सुरक्षा नीति और जांच से जुड़े विशेषज्ञ शामिल हैं.'