Israel vs Iran War: मिडिल ईस्ट में एक और युद्द का ऐलान हो गया है. रूस-युक्रेन, इजरायल-गज़ा और अब ईरान-इजरायल के बीच शुरू हो गया है. 13 अप्रैल की देर रात ईरान ने इजरायल पर 100 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलें दागी हैं. IDF ने बयान जारी करते हुए इसकी जानकारी दी है. इस अटैक को 1 अप्रैल को सीरिया में ईरान की एंबेसी पर किए गए इजरायल के हमले की जवाबी कार्रवाई माना जा रहा है, जिसमें 1 कमांडर समेत 7 सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी. 

PM न्यानताहू ने बुलाई मीटिंग

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ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बयान जारी करते हुए कहा है कि ये हमला स्पेशल टारगेट को निशाना बनाने के मकसद से हमला किया गया है. इजरायल की मदद के लिए सामने आए अमेरिका को ईरान ने कहा कि ये लड़ाई इजरायल के साथ है अमेरिका इससे दूर रहे. हमले को देखते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन न्यानताहू ने वॉर कैबिनेट की मीटिंग बुलाई है.

इजरायल के मदद के लिए पहुंचे मित्र देश

इजरायल PM ने कहा कि डिफेंस सिस्टम्स को काम पर लगा दिया गया है. आगे उन्होंने कहा कि हम किसी भी तरह की स्थिति के लिए तैयार हैं. चाहे रक्षात्मक हो या आक्रामक. इजरायल मजबूत देश है. IDF और जनता भी मजबूत है. उन्होंने मदद के लिए सामने आए ब्रिटेन, फ्रांस और अमेरिका सहित अन्य देशों की भी सराहना की है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि इजरायल की सुरक्षा के लिए उनका समर्थन दृढ़ है.

ईरान ने दागे बैलिस्टिक मिसाइल 

बढ़ते तनाव को देखते हुए इजरायल, लेबनान और इराक ने एयरोस्पेस बंद कर दिए हैं. जबकि सीरिया और जॉर्डन ने एयर डिफेंस सिस्टम को अलर्ट पर रखा है. ईरानी मीडिया के मुताबिक हमले में इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल दागे गए हैं. बता दें कि ईरान और इजरायल के बीच करीब 1800 किलो मीटर की दूरी है.