Israel Oil Vessel Drone Attack: हिंद महासागर में सऊदी अरब से भारत आ रहे ऑयल वेसल MV Chem Pluto पर ड्रोन हमला हुआ है. ये जहाज इजरायल से संबद्ध है. इस घटना के बाद इंडियन कोस्ट गार्ड के विक्रम जहाज को  घटनास्थल की तरफ रवाना कर दिया गया है. इस जहाज में कुल 20 भारतीय क्रू मेंबर भी मौजूद थे. हालांकि, अभी तक किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है. वहीं, इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है. ये हमला जिस जगह पर हुआ वह गुजरात के पोरबंदर से करीब 217 नॉटिकल मील पर है. 

Israel Oil Vessel Drone Attack: जहाज में था कच्चा तेल, सऊदी अरब से आ रहा था मैंगलोर

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ANI की रिपोर्ट के मुताबिक जहाज में कच्चा तेल था. यह सऊदी अरब के एक बंदरगाह से मैंगलोर की तरफ जा रहा था.रक्षा अधिकारियों ने कहा है कि इंडियन कोस्ट गार्ड विक्रम ने क्षेत्र के सभी जहाजों को मदद पहुंचान के लिए सतर्क कर दिया है. वहीं, आग तो बुझ गई है लेकिन इसका असर कामकाज पर पड़ा है. आईसीजीएस विक्रम भारत के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन की गश्त पर तैनात था, जब उसे संकट में फंसे व्यापारी जहाज की ओर जाने के लिए निर्देशित किया गया था.  

Israel Oil Vessel Drone Attack: डोर्नियर समुद्री निगरानी विमान ने स्थापित किया संचार

इंडियन कोस्ट गार्ड के मुताबिक भारतीय तट रक्षक डोर्नियर समुद्री निगरानी विमान ने संकटग्रस्त जहाज एमवी केम प्लूटो के साथ संचार स्थापित कर लिया है.ड्रोन हमले के बाद जहाज ने अपनी स्वचालित पहचान प्रणाली को बंद कर दिया था. इसका इस्तेमाल जहाज को ट्रैक करने के लिए किया जाता है.  जहाज की बिजली उत्पादन प्रणाली अब काम कर रही है और अपने मंजिल के लिए रवाना होने से पहले अधिक जांच की जा रही है. 

Israel Oil Vessel Drone Attack: नेवी के एयरक्राफ्ट ने जहाज से स्थापित किया संपर्क

नेवी के अधिकारियों के मुताबिक भारतीय नौसेना के P-8I समुद्री निगरानी विमान ने गोवा में INS हंसा नौसैनिक हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद संकटग्रस्त जहाज एमवी केम प्लूटो के साथ संपर्क स्थापित कर लिया है. भारतीय नौसेना का युद्धपोत जहाज की ओर बढ़ रहा है. वहीं, अगले कुछ घंटों में व्यापारी जहाज तक पहुंचने की उम्मीद है. ब्रिटिश मिलिट्री के मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन्स ने ट्वीट कर बताया कि ये  भारत के वेरावल से केवल 200 नॉटिकल मील की दूरी पर था. 

आपको बता दें कि हाल ही में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से होकर जाने वाले इजराइली जहाज को निशाना बनाने की धमकी दी थी. इसके बाद व्यापारिक जहाजों को अपना रूट बदलना पड़ा था. ईरान समर्थित यमन के हूती द्वारा किए गए समुद्री हमले गाजा पट्टी में चल रहे इजराइल-हमास युद्ध के विरुद्ध उसके दबाव अभियान का हिस्सा हैं. 15 दिसंबर को यमन के हूती विद्रोहियों ने बृहस्पतिवार को एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जो बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य से गुजर रहे एक मालवाहन जहाज को निशाना बनाने से चूक गई थी.