हिन्दुस्तानी मूल की प्रीति पटेल बनीं ब्रिटेन की गृह मंत्री, पीएम मोदी की हैं बड़ी प्रशंसक
भारतीय मूल की प्रीति पटेल को ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपनी कैबिनेट में गृहमंत्री बनाया है. पाकिस्तानी मूल के साजिद जाविद की जगह प्रीत को यह जिम्मेदारी दी गई है.
भारत के लोग पूरी दुनिया में अपने कौशल का लोहा मनवा रहे हैं. अपनी योग्यता के बल हिन्दुस्तानी वैश्विक मंच पर न केवल अपनी खास पहचान बना रहे हैं बल्कि, दुनिया के दिग्गज देशों की सत्ता में भी अपनी विशेष जगह बना रहे हैं. इस कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है और वह है प्रीति पटेल का. भारतीय मूल की प्रीति पटेल को ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपनी कैबिनेट में गृहमंत्री बनाया है. पाकिस्तानी मूल के साजिद जाविद को गृह मंत्री से हटाकर अब वित्त मंत्री बनाया गया है. साजिद जाविद की जगह प्रीति पटेल को गृहमंत्री बनाया गया है.
ब्रिटेन की राजनीति के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई भारतीय मूल का व्यक्ति देश का गृह मंत्री बना हो.
प्रीति ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री टेरीजा मे की ब्रेक्जिट रणनीति की मुखर आलोचक रही हैं. हालांकि वह थेरेसा में सरकार में शामिल थीं. थेरेसा मे के कार्यकाल में वह इंटरनेशनल डेवलपमेंट सेक्रेटरी थीं लेकिन, दो साल पहले 2017 में एक विवाद के कारण उन्हें सरकार से त्यागपत्र देना पड़ा था. वह कंजरवेटिव पार्टी द्वारा चलाए गए ‘बैक बोरिस’ अभियान की प्रमुख सदस्य भी रही हैं.
क्या था विवाद
जानकार बताते हैं कि अगस्त, 2017 में पारिवारिक छुट्टियों पर प्रीति पटेल इजराइल घूमने गई थीं. इस दौरान उन्होंने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अन्य अधिकारियों से मुलाक़ात की थी. लेकिन इस मुलाकात की जानकारी ब्रिटेन सरकार को नहीं दी. प्रीति की बेंजामिन नेतन्याहू के साथ हुई मुलाकात पर ब्रिटेन में काफी विवाद हुआ. अंत में उन्हें इस विवाद के चलते इंटरनेशनल डेवलपमेंट सेक्रेटरी के पद से इस्तीफा देना पड़ा.
गुजराती माता-पिता
प्रीति पटेल का जन्म लंदन में हुआ है. उनके माता-पिता गुजरात के रहने वाले हैं. लेकिन बाद में वे युगांडा चले गए थे. युगांडा के बाद 1960 के दशक में वह ब्रिटेन आ गए और फिर वहीं बस गए. प्रीति पटेल ने वैटफ़ोर्ड ग्रामर स्कूल फ़ॉर गर्ल्स से शिक्षा ली है.
कम उम्र में ही राजनीति में प्रवेश
प्रीति बहुत छोटी उम्र से ही ब्रिटेन की राजनीति में रूचि लेने लगी थीं. बताते हैं कि 20 वर्ष की उम्र से पहले ही वह कंजर्वेटिव पार्टी की सदस्य बन गई थीं. साल 2010 में प्रीति पटेल को पहली बार एसेक्स काउंटी के विथम शहर से कंजर्वेटिव पार्टी का सासंद चुना गया. उस समय वह तत्कालीन डेविड कैमरन की सरकार में प्रवासी भारतीय सांसद थीं. 2014 में प्रीति ट्रेजरी मंत्री बनाया गया और 2015 के आम चुनाव के बाद रोजगार मंत्री के पद पर तैनात हुईं.
पीएम मोदी की प्रशंसक
प्रीति पटेल ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों के प्रमुख कार्यक्रमों में अतिथि होती हैं. प्रीति को ब्रिटेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े प्रशंसक के रूप में देखा जाता है. भारतीय राजनीति के जानकारों का कहना है कि प्रीति के ब्रिटेन के मंत्रिमंडल में प्रमुख जगह मिलने से भारत के भगोड़े अपराधियों की स्वदेश वापसी की राह आसान होगी.