रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सोमवार को अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) के साथ व्यापक स्तर पर बातचीत की. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि दोनों नेताओं की बीच ये बातचीत स्ट्रैटजिक इंटरेस्ट को बढ़ाने और दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने सहित कई क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित थी. राजनाथ सिंह के अनुसार भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी "स्वतंत्र, खुले और नियमों से बंधे भारत-प्रशांत क्षेत्र" को सुनिश्चित करने के लिए "महत्वपूर्ण" है.

दोनों नेताओं के बीच क्या हुआ बातचीत

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राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, "नई दिल्ली में अपने दोस्त ऑस्टिन से मिलकर खुशी हुई. हमारी वार्ता रणनीतिक हितों के अभिसरण और सुरक्षा सहयोग में वृद्धि सहित कई क्षेत्रों में रक्षा सहयोग बढ़ाने के इर्द-गिर्द घूमती है. मुक्त, खुले और नियमों से बंधे हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने के लिए भारत-अमेरिका साझेदारी महत्वपूर्ण है. हम क्षमता निर्माण और अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए सभी क्षेत्रों में अमेरिका के साथ मिलकर काम करने की उम्मीद करते हैं."

 

दोनों देशों के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 06 जून को जर्मनी के रक्षा मंत्री के साथ बैठक कर बातचीत करेंगे. इन दोनों बैठकों के दौरान औद्योगिक सहयोग पर ध्यान देने के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के कई मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है.

अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन से बातचीत

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज नई दिल्ली में अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ बातचीत किया. अमेरिकी रक्षा सचिव द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, विशेष रूप से सैन्य हार्डवेयर के सह-विकास के लिए महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण के क्षेत्रों को और मजबूत करने के तरीकों का पता लगाने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर कल नई दिल्ली पहुंचे हैं.

दो सप्ताह बाद PM मोदी की वॉशिंगटन यात्रा

बता दें, अमेरिकी रक्षा सचिव ऑस्टिन की यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वॉशिंगटन यात्रा से करीब दो सप्ताह पहले हो रही है, जिसके दौरान दोनों पक्षों द्वारा भारत-अमेरिका वैश्विक रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने के लिए पहल की घोषणा करने की उम्मीद है.

भारत में जेट इंजनों के निर्माण पर किया जा रहा विचार

गौरतलब हो, भारत अपने लड़ाकू विमानों को शक्ति प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की रूपरेखा के तहत भारत में जेट इंजनों के निर्माण पर विचार कर रहा है. इसी बीच अमेरिकी रक्षा सचिव सिंगापुर से दो दिवसीय दौरा पूरा करके भारत पहुंचे हैं. यह सचिव ऑस्टिन की भारत की दूसरी यात्रा है. उनकी पिछली भारत यात्रा मार्च 2021 में हुई थी.

अमेरिका एवं भारतीय सेनाओं के बीच परिचालन सहयोग का होगा विस्तार

जून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी राजकीय यात्रा को देखते हुए ऑस्टिन की इस यात्रा को अहम माना जा रहा है. ऑस्टिन की नई दिल्ली यात्रा प्रमुख रूप से भारत-अमेरिका के नए रक्षा नवाचार और औद्योगिक सहयोग की पहल को आगे बढ़ाने और अमेरिका एवं भारतीय सेनाओं के बीच परिचालन सहयोग का विस्तार करने के प्रयासों को जारी रखने पर केंद्रित होगी.

जर्मनी के रक्षा मंत्री की भारत यात्रा

उधर, जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस भी भारत की चार दिवसीय यात्रा के लिए आज (सोमवार) 5 जून 2023 को नई दिल्ली आने वाले हैं. अपनी यात्रा के दौरान वह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से 06 जून को जर्मनी के रक्षा मंत्री के साथ बैठक कर बातचीत करेंगे.

06 जून को जर्मनी के रक्षा मंत्री के साथ बैठक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक के अलावा, जर्मनी के रक्षा मंत्री पिस्टोरियस के नई दिल्ली में इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (iDEX) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कई रक्षा स्टार्ट-अप के साथ मिलने की उम्मीद है. वहीं बुधवार को, वह मुंबई की यात्रा करेंगे, जहां उनके पश्चिमी नौसेना कमान के मुख्यालय और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड का दौरा करेंगे.

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