अपनी बदहाली पर पाकिस्तान आंसू बहाने पर मजबूर है. इमरान खान की सरकार ने एक साल पूरा होने पर जो रिपोर्ट पेश किया है, उसमें एक साल में महंगाई ने पाकिस्तानियों का जीना मुश्किल कर दिया है. डॉन न्यूज के मुताबिक, एक साल में पाकिस्तान में कॉस्ट ऑफ लिविंग में जबरदस्त महंगाई देखने को मिली है. खाने-पीने की चीजें बेहिसाब महंगी हो गई हैं. इसके अलावा पेट्रोलियम, सीएनजी और एलपीजी की कीमतों में मानो आग लगी हुई है. 

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पाकिस्तानी रुपया हांफ रहा

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया लगातार गिरता जा रहा है. डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त 2019 में डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 158 पर पहुंच गया है, जो पिछले साल इसी दौरान 123 के लेवल पर था. इसी तरह, जुलाई 2019, खुदरा महंगाई भी 10.3 प्रतिशत पर जा पहुंची है. पिछले साल जुलाई में खुदरा महंगाई दर 5.8 प्रतिशत थी. 

(रॉयटर्स)

पेट्रोल में लगी है आग

पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत भी सातवें आसमान पर है. पेट्रोल की कीमत पाकिस्तान में स्थानीय रुपये के हिसाब से 117.83 रुपये प्रति लीटर है तो वहीं एक लीटर डीजल की कीमत 132.47 रुपये प्रति लीटर है. इसी तरह, इमरान खान का सरकार ने सत्ता संभाला था, तब सीएनजी की कीमत 81.07 रुपये किलो थी. आज सीएनजी की कीमत 123 रुपये किलो जा पहुंची है.

खेती करने पर भी है आफत

इमरान खान सरकार के एक साल पूरा करने के बाद पाकिस्तान में खेती करना भी काफी महंगा साबित हो रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में एक बोरी यूरिया की कीमत 1850 पाकिस्तानी रुपया है. इसी तरह डीएपी खाद की एक बोरी की कीमत 3600 रुपये है. इसके अलावा बिजली की दरें भी काफी महंगी हैं. आज बिजली की दर 14 रुपये प्रति किलो वाट जा पहुंची है.