मच्छर दुनिया के खतरनाक जीवों में शामिल है. मच्छर से होने वाली बीमारियों के चलते दुनिया भर में हर साल करीब दस लाख लोग मरते हैं. पूरी दुनिया में मच्छरों की करीब 3500 प्रजातियां पाई जाती हैं. सोचिए कि अगर दुनिया से मच्छरों को ही खत्म कर दिया जाए तो कैसा हो? अगर आप भी मच्छरों से होने वाली बीमारियों से खौफजदा रहते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है. गूगल की पेरेंट कंपनी अल्‍फाबेट इंक ने दुनियाभर से मच्छरों के सफाया करने का एक नायाब तरीका खोज निकाला है.

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मच्छरों को खत्म करने की तैयारी

कैलिफोर्निया में वैज्ञानिकों ने दुनिया से मच्छरों के खात्मे को लेकर तैयारी शुरू की है. यह पहला मौका है, जब गूगल की पेरेंट कंपनी अल्‍फाबेट इंक दुनियाभर में मच्छरों से होने वाली बीमारी के खात्मे को लेकर काम कर रही है. इसको लेकर लाइफ साइंस से जुड़ी कई कंपनियां भी काम कर रही हैं. अल्‍फाबेट एक स्मार्ट कॉन्‍टेक्‍ट लेंस की मदद से और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एप्‍लीकेशन की मदद से मच्‍छरों के खात्मे की तैयारी में है. 

हेल्थ चीफ एक्जीक्यूटिव तैनात

दुनियाभर से मच्छरों को खत्म करने के लिए गूगल की कंपनी अल्फाबेट बेहद आक्रामक है. इसके लिए गूगल ने एक हेल्थ चीफ एक्जीक्यूटिव भी नियुक्त किया है. दुनियाभर में कई सरकारें और बिजनेसमैन मच्छरों से होने वाली समस्या की रोकथाम के लिए मदद को भी तैयार हैं. 2019 में गूगल के लिए मच्छरों को खत्म करना चैलेंजिंग काम होगा.

डरावने हैं मच्छरों से बीमारे के आंकड़े

- पूरी दुनिया की 3.3 अरब जनसंख्या में लगभग 106 से ज्यादा देश हैं जिनमें मलेरिया का खतरा है.

- भारत में मलेरिया के सबसे ज्यादा मामले उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, त्रिपुरा और मेघालय और नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों से आए हैं.

- 2016 में दुनियाभर में मलेरिया के 21.60 करोड़ मामले दर्ज हुए और 4.45 लाख मौतें हुईं.

- 2015 में मलेरिया में 21.10 करोड़ मामले थे और 4.46 लाख मौतें हुईं थी.

- मलेरिया से मुक्ति पाने के लिए 2030 तक केंद्र सरकार ने देश को मलेरिया से मुक्त करने की योजना बनाई थी.

- भारत दुनिया का चौथा ऐसा देश है जहां मलेरिया से सबसे ज्यादा मौतें होती हैं.

- मलेरिया बीमारी में सबसे ज्यादा मौतें नाइजीरिया में होती हैं.