सर्च इंजन गूगल (Google Search Engine) CEO सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) को अब अब गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के CEO के तौर पर नियुक्त कर दिया गया है. भारतीय मूल के सुंदर पिचाई अल्फाबेट के CEO के तौर पर नियुक्त किए जाने का ऐलान मंगलवार को किया गया. पिचाई कंपनी के सह-संस्थापक लैरी पेज (Larry Page) और Sergey Brin की जगह लेंगे. इन दोनों ने अपने पदों से रिजाइन कर दिया है.

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पिचाई को मिली दो जिम्मेदारियां

नए बदलाव के बाद पिचाई अब गूगल और अल्फाबेट दोनों के CEO की जिम्मेदारी देखेंगे. पिचाई इसके साथ ही अल्फाबेट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर भी बने रहेंगे. वहीं सर्गेई ब्रिन और गूगल के दूसरे सहसंस्थापक लैरी पेज कंपनी में सहसंस्थापक, शेयरधारक और अल्फाबेट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में बने रहेंगे.

इस लिए बनी अल्फाबेट

गूगल ने 2015 में अपने कंपनी के स्वरूप में बदलाव करते हुए अल्फाबेट की स्थापना की थी. अल्फाबेट कई अलग - अलग कंपनियों का एक समूह है. अल्फाबेट गूगल को Waymo (स्वचालित कार) वेरिली (जैव विज्ञान) कैलिको (बायोटेक आर एंड डी) साइडवॉक लैब (शहरी नवोन्मेष) और लून (गुब्बारे की सहायता से ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट उपलब्धता) जैसे दूसरे संस्थानों से अलग करती है.

कौन हैं सुंदर पिचाई

सुंदर पिचाई का पूरा नाम सुंदरराजन पिचाई है. इनका जन्म तमिलनाडु के मदुरै में 12 जुलाई 1972 को हुआ. भारत में IIT खड़गपुर से B.Tec और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से मास्टर्स करने के बाद इन्होंने अमेरिका की पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी से MBA की डिग्री हासिल की. सुंदर पिचाई लंबे समय से बतौर Google कर्मचारी काम कर रहे थे. साल 2015 में उन्हें गूगल का CEO बनाया गया.

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कंपनी के सामने हैं कई चुनौतियां

सुंदर पिचाई के लिए आगे का सफर आसान नहीं है. उन्हें ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारी तक मिली है जब कंपनी संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य जगहों पर प्राइवेसी और डेटा पर अविश्वास जांच और विवादों का सामना कर रही है. कंपनी ने शुरुआती आचार संहिता में संस्थापकों द्वारा जासूसी करने के आरोपों का भी सामना किया है.