Covid 19 Outbreak: ड्रैगन पर मंडराया मौत का खतरा! चीन में कोरोना से मचेगी तबाही- 15 लाख लोग गवां सकते हैं जान
Covid 19 Outbreak: चीन में एक बार फिर से कोरोना वायरस ने आतंक मचा रखा है. BF7 नाम का नया वेरिएंट तेजी से देश में अपने पैर पसार है, जो कि आने वाले दिनों में लाखों लोगों की जान ले सकता है.
Covid 19 Outbreak: क्या एक बार फिर से पूरी दुनिया पर कोरोना वायरस का आतंक फैलने वाला है? चीन से आ रहे कोविड 19 से जुड़ी खबरों से ऐसा लगना स्वाभाविक है. कोरोना महामारी की जानकारी रखने वाले एक्सपर्ट्स ने इन सर्दियों में कम से कम तीन वेव का अनुमान लगाया है. वहीं कई रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया जा रहा है कि कोरोना के नए वेरिएंट BF7 से निपटने के लिए सरकार ने अपनी तैयारियों में कमी रखी, क्योंकि देशभर में लोगों के भारी प्रदर्शन के बाद चीन ने अपनी जीरो कोविड पॉलिसी को अचानक से समाप्त कर दिया था. चीन सरकार अभी तक इन मौतों पर चुप्पी साधे हुए है. हालांकि कई सारे रिपोर्ट्स में आने वाले दिनों में चीन में कोरोना को लेकर भारी तबाही का अनुमान लगाया है.
चीन की 60 फीसदी आबादी होगी कोरोना पीड़ित
महामारी विशेषज्ञ और हेल्थ एक्सपर्ट Eric Feigl-Ding ने कहा कि चीन में कोरोना प्रतिबंध हटने के बाद अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगले 90 दिनों में चीन की 60 फीसदी आबादी और दुनिया की 10 फीसदी आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित होगी और इससे लाखों मौतों के होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है.
कोरोना से चीन में होगी लाखों मौत?
'द इकोनॉमिस्ट' में प्रकाशित हाल की एक रिपोर्ट के अनुसार, लोगों के संक्रमित होने की दर और अन्य परिस्थितियों के अध्ययन के आधार पर लगभग 15 लाख चीनी नागरिकों की मौत की आशंका जतायी गयी है. ये आंकड़े अन्य हालिया आंकड़ों से भी मेल खाते हैं, जिनमें 'द लांसेट' पत्रिका की पिछले सप्ताह की एक रिपोर्ट भी शामिल है. इन आंकड़ों से संकेत मिलता है कि चीन में पाबंदियों में ढील दिये जाने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण से 13 लाख से 21 लाख लोगों की मौत हो सकती हैं.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
'द लांसेट' की रिपोर्ट में कहा गया है, "मौतों की संख्या का अनुमान लगाना मुश्किल है. यह बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि बुजुर्गों और कमजोर लोगों को कितनी संख्या में कोविड-रोधी टीके लगाये गये हैं." इसमें कहा गया है, "ब्रिटेन के सीरोलॉजिकल अध्ययनों से पता चला है कि देश में लगभग सभी में सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ एंटी-बॉडी हैं. चीन के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन उनमें प्राकृतिक प्रतिरक्षा का स्तर निश्चित रूप से कम होगा. महामारी के दौरान देश में कोविड-19 के 20 लाख से भी कम मामले दर्ज किए गये थे."
महामारी रोकने में नाकाम चीन!
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में महामारी विज्ञान के प्रोफेसर झेंगमिंग चेन ने नीति में बदलाव के समय पर सवाल उठाया है. चेन ने 'द लांसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन' को बताया, "चीन ने कोविड पाबंदियों को हटाने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किये. उन्हें टीकाकरण को बढ़ावा देना चाहिए था और मीडिया, स्वास्थ्य सेवा प्रणाली और आम जनता को तैयार करना चाहिए था. मैंने पिछले छह महीनों में इनमें से कुछ भी होते हुए नहीं देखा है."