Corona Alert: देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार तेजी देखी जा रही है. ऐसे में लोगों में एक बार फिर से इस महामारी को लेकर डर बढ़ता जा रहा है. हेल्थ मिनिस्ट्री भी लगातार लोगों से कोविड 19 से बचाव के सभी नियमों को लेकर सावधानी बरतने को कहा है. इसी बीच अमेरिका में कुछ शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस से जुड़ा एक चौंकाने वाला दावा किया है. 

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फिजिक्स ऑफ फ्लूड्स (Physics of Fluids) में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, डबल मास्किंग से कोरोना वायरस से सुरक्षा नहीं मिलती है. बल्कि इससे संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि ठीक तरीके से नहीं लगाए गाए मास्क से हमें कोरोना वायरस से सुरक्षा नहीं मिलती है. 

डबल मास्किंग को लेकर ये बातें ध्यान दें

फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी और जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी (Florida State University and Johns Hopkins University) के शोधकर्ताओं ने इसे लेकर तर्क दिया है कि डबल मास्किंग का मतलब है कि चेहरा का एक खास हिस्सा पूरी तरह से ढंका रहता है, लेकिन इससे मास्क के ऊपर और नीचे वाले हिस्से में अधिक प्रवाह का सामना करना पड़ता है. ऐसे में अगर आपने सही तरीके से मास्क नहीं लगाए है, तो आप पर खतरा मौजूद रहेगा.

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सांस लेने में हो सकती है कठिनाई

डबल मास्किंग केवल उस स्थिति में बेहतर है, जब एक अच्छी फिटिंग वाला मास्क सही से लगाएं, लेकिन इससे सांस लेने में कठिनाई भी हो सकती है.

यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, ढीले बुने हुए कपड़े के मास्क कोविड के खिलाफ कम से कम सुरक्षा प्रदान करते हैं, और N95 और KN95 मास्क सबसे अधिक प्रदान करते हैं. फिर भी कोरोना महामारी के दो साल बाद भी इस बात को लेकर बहस जारी है कि कोविड-19 से पूरी तरह से सुरक्षा किस मास्क से मिलती है.