Coronavirus in China: कोरोनावायरस (Coronavirus) के फैले संक्रमण से अर्थव्यवस्था (Economy) पर पड़ने वाले अनुमानित असर को दूर करने के लिये चीन (China) के केंद्रीय बैंक ने 1,200 अरब युआन यानी 173 अरब डॉलर झोंकने की योजना बनाई है. पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने रविवार को एक बयान में कहा कि वह महामारी से जूझने के क्रम में मुद्रा बाजार को स्थिर बनाए रखने तथा बैंकिंग प्रणाली में पर्याप्त तरलता बनाए रखने की कोशिश करेगा. इसके लिए बैंक सोमवार से बाजार में भविष्य में ऊंची कीमत पर बिक्री के अनुबंध के तहत बॉन्ड खरीद कर 1,200 अरब युआन के बराबर धन का प्रावाह बढ़ाएगा.

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बैंक ने कहा कि पूरी बैंकिंग प्रणाली में साल भर पहले की तुलना में धन का प्रवाह 900 अरब युआन अधिक होगा. पीटीआई की खबर के मुताबिक, चीन में नववर्ष की लंबी छुट्टी के बाद सोमवार को बाजार फिर खुलने वाले हैं. कोरोनावायरस के कारण चीन में अभी तक 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सरकार ने देश में आवाजाही पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं.

पिछले लंबे समय से चीन की अर्थव्यवस्था पर अमेरिका के साथ ट्रेड वार का असर देखने को मिला है. आंकड़ों में देखा जाए तो अक्टूबर 2019 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ने पिछले तीन दशकों के मुकाबले अपनी रफ़्तार फ़िलहाल खो दी है. वर्ष 1992 में चीन की जीडीपी 14 प्रतिशत के आंकड़ें को छूकर धीरे-धीरे नीचे उतरती रही है. साल 2008 में 14 प्रतिशत की रफ्तार दोबारा देने के बाद गिरावट लगातार जारी है.

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इधर, कोरोनावायरस महामारी के केंद्र चीन के वुहान शहर में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने का काम पूरा हो गया है. दो चरणों में करीब 650 लोगों को सुरक्षित भारत लाया गया है. भारतीय विमान से रविवार को चीन से 323 भारतीयों के साथ मालदीव के सात नागरिकों को भी भारत लाया गया. इससे पहले शनिवार को भी एयर इंडिया बोइंग 747 विमान से 324 भारतीयों को स्वेदश लाया गया था. भारत में कोरोनावायरस से दो लोग प्रभावित हुए हैं. कइयों की जांच हो रही है.