कोरोना (Corona) वायरस से कई देशों की इकोनॉमी पर असर पड़ा है. भारत में भी कन्‍ज्‍यूमर ड्यूरेबल्‍स मार्केट पर असर पड़ा है. स्‍थानीय बाजार में इलेक्‍ट्रॉनिक प्रोडक्‍ट की कीमतें उछलने लगी हैं. इस बीच, हॉन्‍गकॉन्‍ग (Hongkong) सरकार ने मंदी से जूझ रही अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए 70 लाख लोकल रेजिडेंट को कैश देने का ऐलान किया है. वह भी थोड़ा बहुत नहीं बल्कि 90 हजार रुपए के आसपास रकम. 

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हॉन्‍गकॉन्‍ग सरकार ने बुधवार को हरेक स्थायी नागरिक (Permanent Resident) को 10,000 हॉन्‍गकॉन्‍ग डॉलर (1,280 अमेरिकी डॉलर) की मदद देने की घोषणा की है. हॉन्‍गकॉन्‍ग के वित्त मंत्री पॉल चान ने वार्षिक बजट में लोगों को नकद सहायता देने का ऐलान किया. 

वित्त मंत्री ने कहा कि हॉन्‍गकॉन्‍ग को अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट से उबारने के लिए 120 अरब हॉन्‍गकॉन्‍ग डॉलर का प्रावधान किया गया है. समाचार एजेंसी एएफपी की खबर के मुताबिक इस नकद सहायता से हॉन्‍गकॉन्‍ग पर 71 अरब हॉन्‍गकॉन्‍ग डॉलर का बोझ पड़ेगा. हालांकि, सरकार को उम्मीद है कि उपभोक्ता इसमें से ज्यादातर पैसा दोबारा स्थानीय कारोबार में लगाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को उबारने में मदद मिलेगी.

चीन में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,663 हो गई है, जबकि कन्फर्म मामलों की संख्या 77,658 हो गई है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि सोमवार को चीन के 31 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों से 508 नए मामले सामने आने और 71 लोगों की मौत की जानकारी मिली. जबकि हॉन्‍गकॉन्‍ग में 81 केसों में कोरोना वायरस होने की पुष्टि हुई है.

प्रकोप के केंद्र हुबेई प्रांत में 68 लोगों की मौत हुई है, जबकि शानदोंग में दो और गुआंगडोंग में एक की मौत हुई है. सोमवार तक, ठीक होने के बाद कुल 27,323 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जबकि गंभीर मामलों की संख्या 789 घटकर 9,126 रह गई. आयोग ने कहा कि 2,824 लोगों के अभी भी वायरस से संक्रमित होने का संदेह है.

वहीं, चीन के बाहर ईरान में 12, दक्षिण कोरिया में आठ, इटली में सात, जापान में पांच, हांगकांग में दो मौतें हुई है, जबकि फ्रांस, ताइवान और फिलीपींस में एक-एक मौतें हुई हैं.