किताब खोलते ही खुल गई किस्मत, घर बैठे-बैठे बन गया करोड़पति
पेडनॉल्ट का कहना है कि अगर उनके पोते ने होमवर्क में उनकी मदद नहीं मांगी होती तो उन्हें यह लॉटरी टिकट कभी नहीं मिलता.
कहते हैं कि ''पुरुषस्य भाग्यम, देवौ ना जानाति कुतो मनुष्यः" यानी किसी की किस्मत कब कहां खुल जाए, कोई नहीं जानता. और जब किस्मत खुलती हो तो ऊपर वाला भी छप्पर फाड़ के देता है. ऐसा ही कुछ हुआ कनाडा के एक दंपत्ति के साथ. कनाडा में एक जोड़े ने किताब के पन्नों में महीनों से गुम पड़ी लॉटरी की टिकट से 10 लाख डॉलर का इनाम जीता है.
लोटो-क्यूबेक संगठन ने बुधवार को इस जोड़े के 7.5 लाख अमेरिकी डॉलर जीतने की घोषणा की. निकोल पेडनॉल्ट और रॉजर लारोक को कुछ दिन पहले ही पता चला कि उनके पास पांच अप्रैल, 2018 की एक लॉटरी टिकट पड़ी है जिसपर 10 लाख कनाडाई डॉलर का इनाम निकला है.
निकोल पेडनॉल्ट अपने पोते के होमवर्क में उसकी मदद कर रही थीं. उसी दौरान उन्हें यह लॉटरी टिकट मिली. दंपत्ति ने यह टिकट 2018 के वैलेंटाइंस डे पर खरीदी थी. पेडनॉल्ट का कहना है कि अगर उनके पोते ने होमवर्क में उनकी मदद नहीं मांगी होती तो उन्हें यह लॉटरी टिकट कभी नहीं मिलता. क्योंकि उन्होंने यह टिकट खरीदा तो था, लेकिन खरीदकर कहां रख दिया, उसके बारे में कुछ पता नहीं. और वे भी इस टिकट के बारे में भूल चुके थे.
लॉटरी के मामले में पेडनॉल्ट डबल लकी रहीं क्योंकि एक तो उनकी टिकट पर 10 लाख कनाडाई डॉलर का इनाम निकला और दूसरा, वैधता खत्म होने से कुछ ही दिन पहले उन्हें यह टिकट वापस मिला.