विप्रो लिमिटेड के चेयरमैन अजीम प्रेमजी समाज सेवा से जुड़े कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए 52,750 करोड़ रुपए का दान देंगे. इससे उनके द्वारा किए गए दान की राशि बढ़कर 145 हजार करोड़ रुपए हो जाएगी. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा है कि अजीम प्रेमजी का यह दान भारतीय इतिहास में सर्वाधिक है. इससे अजीम प्रेमजी फाउंडेशन दुनिया की बड़ी समाज सेवी संस्‍थाओं में शुमार हो जाएगा.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

टाइम्‍स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक पेंशंस एंड इन्‍वेस्‍टमेंट वेबसाइट के आंकड़ों की मानें तो बिल एंड मेलिंदा गेट्स फाउंडेशन का 40 अरब डॉलर का है. जबकि फोर्ड फाउंडेशन 12 अरब डॉलर का है. वहीं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन 21 अरब डॉलर का हो जाएगा. हालांकि देश में कॉरपोरेट सोशल रिस्‍पांसिबिलिटी (CSR) के तहत धनाढ्य लोगों के दान देने के व्‍यवहार में बीते 5 साल में बदलाव आया है.

73 वर्षीय प्रेमजी पहले भारतीय थे, जिन्‍होंने बिल गेट्स द्वारा शुरू किए गए 'द गिविंग प्‍लेज' के साथ सहमति जताई थी. इसके तहत अरबपति लोगों को अपनी 50 फीसदी संपत्ति दान करनी थी. इस कारण अजीम प्रेमजी ने विप्रो लिमिटेड में अपनी 67 फीसदी हिस्‍सेदारी धर्मार्थ कार्यों में लगाने का ऐलान किया है. इस हिस्‍सेदारी में जो भी राजस्‍व, मुनाफा होगा वह धर्मार्थ कार्य में लगेगा.

अजीम प्रेमजी फाउंडेशन 3 क्षेत्रों में काम कर रहा है. सरकारी स्‍कूलों में मानक बेहतर करने, अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी में छात्रों को कम फीस में शिक्षित करने और चुनिंदा क्षेत्रों में धर्मार्थ कार्यों में. फाउंडेशन कर्नाटक, उत्‍तराखंड, राजस्‍थान, छत्‍तीसगढ़, पुडुचेरी, तेलंगाना और एमपी में काम कर रही है.