Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच युद्ध का आज 16वां दिन है. हमास स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि जब से इजरायल ने फिलिस्तीनी क्षेत्र पर बमबारी शुरू की है तब से गाजा पट्टी में कम से कम 4,137 लोग मारे गए हैं. मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर से जारी इजरायली हमलों में 13,162 अन्य लोग घायल हुए हैं. कई देश फिलिस्तीन की मदद को आगे आया है. आज भारत ने भी फिलिस्तीन की मदद के लिए राहत सामग्री भेजी.

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फूड आइटम्स के साथ रक्षक दवा भी भेजी गई फिलिस्तीन के लोगों के लिए लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर IAF C-17 की उड़ान मिस्र में एल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुई. सामग्री में आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता सुविधाएं, जल शुद्धिकरण टैबलेट सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, ‘‘भारत ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजी है.फलस्तीन के लोगों के लिए लगभग साढ़े छह टन चिकित्सा सहायता तथा 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर आईएएफ सी-17 मिस्र के अल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सामग्री में आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता संबंधी सामान, जल शुद्धिकरण के लिए टैबलेट सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं. पीएम मोदी ने की  नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गाजा के एक अस्पताल में नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त करने तथा इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही ‘सैद्धांतिक स्थिति’ को दोहराने के तीन दिन बाद भारत ने यह सहायता भेजी है.प्रधानमंत्री ने बृहस्पतिवार को फलस्तीन प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से कहा कि भारत फिलिस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा.भारत संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) में योगदान के माध्यम से फलस्तीन और फिलिस्तीन शरणार्थियों का समर्थन करता रहा है. कई देशों से लगभग 20 ट्रक भेजे जा चुके जब से गाजा पट्टी पर इजराइल ने हमला किया हैं, वहां के लोगों को खाने पीने की चीजों की काफी कमी हो गई है. वहां के लोगों के लिए खाना-पानी, जरूरी चीजें भेजी जा रही है. उनकी मदद को कई देश सामने आया है.  अब तक मदद के लिए कई देशों से लगभग 20 ट्रक भेजे जा चुके हैं. इन 20 ट्रकों में दवा, इलाज के सामान और खाने पीने की चीज भेजी गई है. गाजा में पानी, बिजली और ईंधन की कमी विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक सिंडी मैक्केन ने कहा कि सहायता के 20 ट्रक पर्याप्त नहीं हैं. उन्होंने कहा कि गाजा के अंदर स्थिति गंभीर है.वहां लोगों के खाने तक की कमी है. इसके साथ ही पानी, बिजली और ईंधन भी नहीं है. अगर ऐसा ही लगा रहा तो भुखमरी के कारण लोगों को कई बीमारियां होने का खतरा है. हमें खाने और दवाइयों के और ट्रक का इंतजाम करना होगा. ताकि लोगों को मदद मिल सके.