SIP निवेश का पसंदीदा विकल्प बन चुका है.
मानते हैं कि SIP में औसतन 12% का रिटर्न मिल सकता है.
SIP में निवेश अवधि और राशि में फ्लेक्सिबिलिटी होती है.
इसमें आप मासिक, तिमाही, या छमाही विकल्प चुन सकते हैं.
SIP मार्केट गिरावट के दौरान ज्यादा यूनिट्स अलॉट करती है.
मार्केट उतार-चढ़ाव में भी SIP नुकसान को कम करती है, जिससे रिटर्न का मौका मिलता है.
इसमें कम्पाउंडिंग का लाभ मिलता है, लंबे समय में अधिक रिटर्न मिल सकता है.
ये सिर्फ ₹500 से शुरू कर सकते हैं, जिससे छोटी बचत से बड़ा फंड बनेगा.
SIP में अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है.
आय बढ़ने पर आप SIP राशि बढ़ा सकते हैं, जिससे निवेश और बढ़ता है.
SIP अनुशासित निवेश सिखाती है, जिससे नियमित बचत करने की आदत बनती है.
कम्पाउंडिंग से निवेश पर रिटर्न के साथ पहले मिले रिटर्न पर भी रिटर्न मिल सकता है.
SIP जितनी लंबी होगी फायदा उतना ज्यादा होता है.
(नोट: खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है)
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