हिवरे बाजार गांव महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित है.
यह गांव 50 से ज्यादा करोड़पतियों का निवास है.
गांव को ‘भारत का करोड़पतियों का गांव’ कहा जाता है.
पहले यह गांव सूखे और गरीबी से जूझ रहा था.
1972 में गांव में सूखे से स्थिति और भी खराब हो गई थी.
1989 में पोपटराव पवार गांव के सरपंच चुने गए.
फिरपवार ने वर्षा जल संग्रहण और वाटरशेड प्रबंधन की शुरुआत की.
32 पत्थर के बांध और 52 मिट्टी के बांध बनाए गए.
गांव में 294 से अधिक पानी के कुएं हैं.
जल संरक्षण ने गांव की कृषि को फिर से सक्रिय किया.
गांव के लोग अब मुख्य रूप से खेती से करोड़पति बने हैं.
अब हिवरे बाजार को 'भारत का करोड़पतियों का गांव' कहा जाता है
इस गांव में करीब 305 परिवार रहते हैं.
गांव के सभी परिवारों की आय खेती से ही होती है.
यहां के लोग सब्जी उगाकर हर साल मोटी कमाई करते हैं.
गांव की प्रति व्यक्ति आय देश के शीर्ष 10% ग्रामीण क्षेत्रों की औसत आय ₹890 हर माह की दोगुनी है.
बीते 20 साल में औसत आय 20 गुना से ज्यादा हुई है.
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