10 तरीकों की होती हैं कंपनियां Startups की दुनिया में अक्सर सुनाई देंगे ये नाम

Anuj Maurya

Jan 31,2024

यह एक ऐसा बिजनेस होता है, जिसका सिर्फ एक ही मालिक होता है. यह वह शख्स होता है, जो इसे शुरू करता है.

1- Sole Proprietorship

इसमें एक से अधिक लोग पार्टनर बनकर बिजनेस करते हैं. इसे 2 से लेकर 20 लोग साथ मिलकर शुरू कर सकते हैं.

2- Partnership

यह ऐसी पार्टनरशिप होती है, जिसमें जिम्मेदारी लिमिटेड होती है. यानी नुकसान होने पर पार्टनर्स की संपत्ति सुरक्षित रहती है.

3- Limited Liability Partnership

इसमें कम से कम 2 और अधिक से अधिक 200 सदस्य हो सकते हैं. इसमें भी हिस्सेदारों की लायबिलिटी सीमित होती है.

4- Private Limited Company

जब कोई कंपनी आईपीओ लाती है और जनता को शेयर देकर पैसे जुटाती है तो वह पब्लिक लिमिटेड कंपनी बन जाती है.

5- Public Limited Company

इसमें दो या दो से अधिक कंपनियां एक साथ मिलकर बिजनेस करती हैं, जैसे HDFC और ERGO का ज्वाइंट वेंचर है.

6- Joint Venture Company

Non-Governmental Organizations खास मकसद से बनती हैं, जो मुनाफा कमाने के बजाय लोगों की मदद करती हैं.

7- NGO

इसमें कंपनी में मालिकों की लायबिलिटी अनलिमिटेड होती है. यानी नुकसान होने पर निजी संपत्ति भी खतरे में पड़ सकती है.

8- Unlimited Company

जब किसी कंपनी के अंदर दूसरी कंपनी बनाई जाती है तो पहली वाली कंपनी को Holding कंपनी कहा जाता है.

9-Holding Company

वहीं, इस होल्डिंग कंपनी अंदर बनाई जाने वाली कंपनी Subsidiary कहलाती है. सब्सिडियरी कपनी में होल्डिंग कंपनी की हिस्सेदारी होती है.

10- Subsidiary Company