स्मार्ट SIP बाजार की स्थिति के अनुसार निवेश राशि को बदलता है.
बाजार गिरने पर निवेश राशि बढ़ाती है और बाजार बढ़ने पर राशि कम कर दी जाती है.
कम वैल्यूएशन पर ज्यादा खरीदना और ज्यादा वैल्यूएशन पर कम निवेश करना.
रेगुलर SIP में हर महीने फिक्स्ड राशि निवेश होगी, स्मार्ट SIP में राशि बदलगी.
मंदी वाले बाजार में स्मार्ट SIP अधिक रिटर्न देने की संभावना रखता है.
तेजी के समय कम निवेश के कारण स्मार्ट SIP का रिटर्न रेगुलर SIP से कम हो सकता है.
स्मार्ट SIP से रेगुलर SIP की तुलना में 1-1.5% तक अधिक रिटर्न मिल सकता है.
मानें बाजार गिरने पर निवेश राशि दोगुनी (₹10,000), जबकि बढ़ने पर आधी (₹2,500) की जाती है.
महंगे बाजार में पैसा इक्विटी से लिक्विड फंड में ट्रांसफर कर दिया जाता है.
25 वर्षों में रेगुलर SIP की तुलना में ₹23.15 लाख तक अधिक रिटर्न संभव है
(नोट: खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है)
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