SIP vs FD में किसमें निवेश करें इसका कंफ्यूजन रहता है.
SIP एक तय राशि की नियमित निवेश स्कीम है,जो अनुशासनित तरीके से रिटर्न देती है.
SIP को कोई इंसान ₹500 से तक शुरू कर सकता है.
SIP में दीर्घकालिक निवेश करने पर उच्च रिटर्न की संभावना रहती है.
SIP का रिटर्न पूरी तरह से शेयर बाजार पर निर्भर करता है,तो शॉर्ट टर्म में जोखिमभरा है.
जबकि FD एक पारंपरिक और जोखिम मुक्त निवेश योजना है, जिसमें बैंक की गारंटी होती है.
FD में ब्याज दर पहले से तय होती है.
FD की अवधि को निवेशक सुविधा के अनुसार कुछ महीनों या वर्षों के लिए चुन सकते हैं.
इसमें कंपाउंडिंग का लाभ सीमित और रिटर्न शेयर बाजार की स्कीम से कम होता है.
FD में तय समय से पहले पैसा निकालने पर जुर्माना भरना पड़ता है.
निवेशक की जरूरत, लक्ष्य,जोखिम उठाने की क्षमता के आधार पर SIP या FD में से किसी एक को चुनें.
(नोट: खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है)
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