नौकरीपेशा वाले लोग आय का एक हिस्सा PF अकाउंट में जमा करते हैं.
पीएफ में पैसा जमा करके भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं.
PF में निवेश करने से अच्छा रिटर्न मिलता है.
नई कंपनी में नौकरी बदलने पर पीएफ अकाउंट मर्ज करना जरूरी है.
इनएक्टिव पीएफ खातों पर ब्याज नहीं मिलता है.
ब्याज के लिए नौकरी बदलते ही इसको मर्ज कराएं.
मर्ज किए गए पीएफ अकाउंट पर कंपाउंड इंटरेस्ट भी मिलता है.
मर्ज किए गए पीएफ अकाउंट से टीडीएस की कटौती में राहत मिलती है.
मर्ज करने से सर्विस टाइम बढ़ता है, जिससे 5 साल से पहले निकासी पर टीडीएस नहीं कटता.
10 साल की सेवा अवधि होने पर कर्मचारी पेंशन के लिए योग्य हो जाता है.
पीएफ मर्ज करके पेंशन के लिए एलिजिबिलिटी सुनिश्चित की जा सकती है.
भविष्य की वित्तीय सुरक्षा के लिए पीएफ खातों को मर्ज करना एक समझदारी भरा कदम है.
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