लोग खूब ताजी और केमिकल फ्री फल-सब्जियां उगाने पर ध्यान दे रहे हैं.
गमले में मिट्टी के साथ वर्मी कंपोस्ट और रेत का सही अनुपात (2:1:1) मिलाएं.
मिट्टी भुरभुरी, सूखी और साफ होनी चाहिए, जिसमें नमी और कीड़े न हों.
वर्मी कंपोस्ट मिट्टी के पोषक तत्व बढ़ाता है और पौधों की ग्रोथ में मदद करता है.
पौधों की सिंचाई हल्की मात्रा में करें और मिट्टी की नमी सूखने के बाद ही पानी दें.
30-45 दिन के अंतराल में 1-2 चम्मच ऑर्गेनिक खाद पर्याप्त होती है.
पौधों में अधिक पानी देने से बचें, क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं.
केमिकल कीटनाशकों की जगह नीम की पत्तियों का काढ़ा या छाछ का स्प्रे करें.
पौधों को ऐसी जगह रखें जहां पर्याप्त सूर्य की रोशनी मिल सके.
छांव वाली जगह पर मिट्टी में फंगस और कीटों का खतरा बढ़ सकता है.
किचन गार्डन के पौधों को 3-4 महीने खास केयर चाहिए होती है.
सही मिट्टी, खाद, पानी और कीटनाशक का उपयोग कर ताजे फल-सब्जियां उगाएं.
(नोट: खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है)
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