ELSS और PPF टैक्स बचाने के लिए बेस्ट ऑप्शन हैं.
ELSS एक डाइवर्सीफाइड और ओपन-एंडेड इक्विटी म्यूचुअल फंड है.
ELSS में निवेश शेयर बाजार से जुड़ा होता है, इसलिए इसमें जोखिम अधिक रहता है.
ELSS योजनाओं ने पिछले 3 सालों में करीब 12% का रिटर्न दिया है.
ELSS का लॉक-इन पीरियड 3 साल का होता है, जिसमें पैसा नहीं निकाला जा सकता.
आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत इस पर 1.5 लाख रुपये तक की कटौती का लाभ मिलता है
ELSS पर रिडेम्पशन के दौरान 1 लाख से ज्यादा रिटर्न पर 10% टैक्स लगता है.
PPF एक लो-रिस्क और गारंटीड रिटर्न वाला निवेश विकल्प है.
PPF का लॉक-इन पीरियड 15 साल का होता है, जो ELSS से लंबा है.
टैक्स बचाने के साथ, PPF पर अर्जित ब्याज पूरी तरह टैक्स-फ्री होता है.
इसमें न्यूनतम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख सालाना निवेश किया जा सकता है.
PPF पर 7.1% वार्षिक चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है.
आप अपने हिसाब से दोनों में से किसी को भी निवेश के लिए चुनें.
(नोट: खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है)
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