वेटिंग टिकट भी मिनटों में होगाी कंफर्म, बस फॉलो करें ये 'जुगाड़ू' तरीका

Aishwarya Awasthi

Dec 30,2024

रेलवे इमरजेंसी कोटा के जरिए वेटिंग टिकट कंफर्म कराने का विकल्प देता है.

छुट्टियों के समय वेटिंग टिकट की समस्या बढ़ जाती है.  

इमरजेंसी कोटा तात्कालिक जरूरतों जैसे मंत्री, न्यायाधीश, सांसद, या विशेष परिस्थितियों में यात्रियों की हेल्प के लिए है.

सरकारी ड्यूटी, बीमारी, साक्षात्कार, या परिवार में शोक में भी इमरजेंसी कोटा मिलेगा.

मंत्रालय, जोन या डिवीजन कार्यालय जाकर एक लेटर, टिकट और जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं.

लेटर में अपना मोबाइल नंबर जरूर लिखें ताकि रेलवे संपर्क कर सके.

हर एक कोच में इमरजेंसी कोटा के तहत 10% सीटें आरक्षित होती हैं.

इमरजेंसी कोटा स्लीपर, थर्ड एसी, सेकेंड एसी, फर्स्ट एसी सभी पर लागू होता है.

हर साल करीब 800 करोड़ यात्री भारतीय रेल से सफर करते हैं.

रोजाना करीब 2122 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें और 2852 पैसेंजर ट्रेनें चलती हैं.

अगले 3-4 सालों में रेलवे की क्षमता बढ़ाकर सालाना 1000 करोड़ यात्रियों की करने की योजना है.

(नोट: खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है)

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