ट्रैफिक पुलिस के समान फर्जी ई-चालान भेजे जा रहे हैं.
आप भी अपने मोबाइल पर चालान का मेसेज प्राप्त कर सकते हैं.
हूबहू दिखने वाले ई-चालान के लिंक पर क्लिक करना खतरनाक हो सकता है.
असली चालान में इंजन नंबर और चेसिस नंबर जैसी जानकारी होती है.
असली चालान के लिंक पर क्लिक करने पर यूजर्स को https://echallan.parivahan.gov.in पर रीडायरेक्ट किया जाता है.
नकली ई-चालान के लिंक में .gov.in नहीं होता, जैसे कि https://echallan.parivahan.in.
फर्जी मेसेज में ट्रैफिक नियम उल्लंघन का जिक्र किया जाता है, जिसमें जुर्माना भरने का निर्देश होता है.
लिंक पर क्लिक करने के बाद यूजर्स को फर्जी वेबसाइट पर भेजा जाता है.
लिंक पर क्लिक करने से यूजर्स के फोन को हैक कर पर्सनल डेटा चोरी किया जा सकता है.
अगर लिंक में .gov.in नहीं है, तो वह फर्जी है.
शिकायत के लिए नैशनल साइबर कंप्लेंट पोर्टल (1930) पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें.