आप अक्सर Unicorn के बारे में सुनते होंगे, लेकिन क्या कभी Minicorn, Soonicorn के बारे में सुना है? यह भी स्टार्टअप के अलग-अलग प्रकार होते हैं.
कोई स्टार्टअप यूनिकॉर्न है या मिनिकॉर्न है, इसका निर्धारण उसकी वैल्युएशन के आधार पर होता है. आइए जानते हैं कितनी तरह के होते हैं स्टार्टअप और कैसे तय होते हैं इनके नाम.
जब किसी स्टार्टअप का वैल्युएशन 1 मिलियन डॉलर यानी करीब 8.30 करोड़ रुपये से अधिक हो जाता है तो उसे Minicorn startup कहा जाता है.
Minicorn और Unicorn के बीच के स्टार्टअप को Soonicorn कहा जाता है. इसका वैल्युएशन 1 मिलियन डॉलर से अधिक, लेकिन 1 अरब डॉलर से कम होता है.
जिस स्टार्टअप का वैल्युएशन 1 अरब डॉलर यानी ₹8200 करोड़ से ज्यादा हो जाता है, उसे यूनिकॉर्न स्टार्टअप कहा जाता है. अधिकतर स्टार्टअप इसी स्टेटस को हासिल करना चाहते हैं.
डेकाकॉर्न स्टार्टअप वह होते हैं, जिनका वैल्युएशन 10 अरब डॉलर से अधिक हो जाता है. भारत में Flipkart, BYJU’s, Nykaa, Swiggy और PhonePe डेकाकॉर्न हैं.
जिस स्टार्टअप का वैल्युएशन 100 अरब डॉलर से अधिक हो जाता है, उसे Hectocorn कहा जाता है. इसे Super Unicorn भी कहा जाता है.
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