क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट दोनों फाइनेंशियल मैनेजमेंट के लिए खास हैं.
क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच का तीन अंकों का नंबर होता है.
750 से ऊपर का क्रेडिट स्कोर भारत में बहुत अच्छा मानते हैं.
क्रेडिट स्कोर का निर्धारण पेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट यूटिलाइजेशन और क्रेडिट मिक्स से होता है.
क्रेडिट रिपोर्ट आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का पूरा विवरण देती है.
क्रेडिट रिपोर्ट को CIBIL, Experian, Equifax, CRIF High Mark जैसे ब्यूरो तैयार करते हैं.
क्रेडिट रिपोर्ट में पर्सनल जानकारी, क्रेडिट अकाउंट्स और पब्लिक रिकार्ड्स शामिल होते हैं.
समय पर बिल भरने से क्रेडिट स्कोर बेहतर रहता है.
क्रेडिट लिमिट का 30% से कम यूज फाइनेंशियल हेल्थ के लिए अच्छा है.
बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने से बचें.
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट नियमित रूप से चेक करना जरूरी है.
सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन का बैलेंस क्रेडिट मिक्स बनाए रखना चाहिए
बकाया अमाउंट का समय पर भुगतान करने से क्रेडिट स्कोर सुधरता है.
(नोट:खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है)
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