World Tourism Day 2023: क्या होता है मेडिकल टूरिज्म, भारत में इसकी क्या है स्थिति?
कोरोना काल के बाद भारत को मेडिकल क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर बड़ी पहचान मिली है. देश मेडिकल टूरिज्म का हब बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. यहां जानिए मेडिकल टूरिज्म से जुड़ी खास बातें.
पर्यटन किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में काफी अहम रोल निभाता है. यही वजह है कि भारत पर्यटन के लिहाज से काफी संभावनाएं देख रहा है और इसको लेकर नई नीतियां बनाई जा रही हैं. मेडिकल टूरिज्म भी इसी का हिस्सा है. जब किसी देश के रहने वाले लोग चिकित्सा सुविधा के लिए दूसरे देश की यात्रा करते हैं, तो इसे मेडिकल टूरिज्म कहा जाता है. कोरोना काल के बाद भारत को मेडिकल क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर बड़ी पहचान मिली है. देश मेडिकल टूरिज्म का हब बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. यही वजह है कि केंद्र सरकार भी मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने और इलाज के लिए आने वाले लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नई रणनीति पर काम कर रही है. हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर यहां जानिए मेडिकल टूरिज्म से जुड़ी खास बातें.
इन देशों से इलाज के लिए भारत आ रहे मरीज
पश्चिमी देशों की तुलना में भारत में इलाज का खर्चा लगभग 30 प्रतिशत कम है और दक्षिण पूर्व एशिया सबसे सस्ता माना जाता है. यही वजह है कि हर साल लाखों विदेशी नागरिक इलाज के लिए मेडिकल टूरिज्म वीजा पर भारत आते हैं. इसमें सबसे ज्यादा तादाद इराक, अफगानिस्तान, मालदीव, ओमान, केन्या, म्यांमार और श्रीलंका के मरीजों की है.
भारत में मेडिकल टूरिज्म बढ़ने की वजह
- बोनमैरो ट्रांसप्लांट, लिवर ट्रांसप्लांट, बाइपास सर्जरी और घुटने की सर्जरी जैसी तमाम समस्याओं के इलाज का खर्च भारत में पश्चिमी देशों के मुकाबले कम है.
- तकनीकी रूप से भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. यहां बेहतर टेक्नोलॉजी से लैस अस्पताल, कुशल डॉक्टर्स व लाखों की संख्या में प्रशिक्षित नर्स हैं.
- भारत में इन्फर्टिलिटी के उपचार की लागत विकसित देशों की तुलना में एक चौथाई है.आईवीएफ और एआरटी सेवाओं ने भारत को इन्फर्टिलिटी के उपचार के लिए पहली पसंद बना दिया है.
- विशेषज्ञ डॉक्टर और ई-मेडिकल वीजा जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो इसे एशिया में सबसे तेजी से बढ़ रहे चिकित्सा पर्यटन स्थलों में से एक बनने में मदद कर रही हैं.
मेडिकल टूरिज्म में तेजी से बढ़ रहे हैं ये देश
- सिंगापुर
- जापान
- स्पेन
- यूके
- दुबई
- कोस्टा रिका
- इजराइल
- अबू धाबी
- भारत
भारत सरकार की प्लानिंग
मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने चिकित्सा और कल्याण पर्यटन के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति और रोडमैप तैयार किया है. रणनीति के तहत प्रमुख स्तंभों की पहचान की है-
-भारत को एक वेलनेस डेस्टिनेशन के रूप में एक ब्रांड विकसित करना
-चिकित्सा और कल्याण पर्यटन के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना
-ऑनलाइन मेडिकल वैल्यू ट्रैवल (एमवीटी) पोर्टल स्थापित करके डिजिटलीकरण को मजबूत करना
-मेडिकल वैल्यू यात्रा में वृद्धि
-वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा देना
-शासन और संस्थागत ढांचा
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