World Diabetes Day 2023: डायबिटीज से जुड़ी वो 4 गलतफहमियां जो ज्यादातर लोगों में देखने को मिलती हैं…
भारत में 10.1 करोड़ लोग डायबिटीज के मरीज है और पिछले चार सालों में ही डायबिटीज के मामलों में 44% की बढ़ोतरी हुई है. कुछ समय पहले ही डायबिटीज को लेकर ये स्टडी सामने आयी थी. आज विश्व मधुमेह दिवस के मौके पर दूर कर लीजिए डायबिटीज की बीमारी से जुड़ी वो 3 गलतफहमियां जो अक्सर लोगों में देखने को मिलती हैं.
Diabetes Day 2023: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो दुनियाभर में तेजी से फैल रही है. भारत में इसकी स्थिति काफी चिंताजनक है. कुछ समय पहले डायबिटीज को लेकर एक स्टडी सामने आयी थी, जिसमें बताया गया था कि भारत में 10.1 करोड़ लोग डायबिटीज के मरीज है और पिछले चार सालों में ही डायबिटीज के मामलों में 44% की बढ़ोतरी हुई है. द लैंसेट डाटबिटीज एंड एंडोक्रिनोलॉजी जर्नल में प्रकाशित ये स्टडी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-इंडिया डायबिटीज (ICMR-INDIAB) ने की थी.
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो अगर एक बार किसी को हो जाए तो पूरी जिंदगी ठीक नहीं होती. इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरुक करने के मकसद से हर साल 14 नवंबर को 'विश्व मधुमेह दिवस' मनाया जाता है. आज इस मौके पर दूर कर लीजिए डायबिटीज की बीमारी से जुड़ी वो 3 गलतफहमियां जो अक्सर लोगों में देखने को मिलती हैं.
1- डायबिटीज का मुख्य कारण चीनी है?
ऐसे तमाम लोग हैं, जो मानते हैं डायबिटीज की बीमारी का मुख्य कारण ज्यादा मीठा खाने की आदत होती है. इसलिए शुगर कम खाओ तो डायबिटीज नहीं होगी. डॉ. रमाकान्त शर्मा कहते हैं कि ये सच है कि शुगर का अधिक सेवन डायबिटीज के कारणों में से एक है, लेकिन इस बीमारी का सिर्फ एक यही कारण नहीं होता. डायबिटीज की बीमारी के तमाम अन्य कारण भी हैं जैसे मोटापा, सुस्त जीवनशैली, बाहरी और अत्यधिक तेलयुक्त फूड और आनुवांशिक कारण. इस बीमारी से बचने के लिए इन सभी बातों का खयाल रखना जरूरी है.
2- लाइलाज नहीं है डायबिटीज की बीमारी?
कई लोग ये मानते हैं कि आयुर्वेद और होम्योपैथ में डायबिटीज का इलाज है और इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है. अगर आपके भी दिमाग में ये बात है तो अच्छे से समझ लीजिए कि ये बीमारी कभी पूरी तरह से ठीक नहीं होती. लेकिन घबराने की बात नहीं है क्योंकि अगर आप चाहें तो मेडिकेशन के साथ अपनी लाइफस्टाइल को ठीक करके इसे आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं और सामान्य लोगों की तरह जीवन का आनंद ले सकते हैं. अगर आप डायबिटीज को नियंत्रित रखना चाहते हैं तो हाई कैलोरी फूड को अवॉयड करना और वर्कआउट करना बहुत जरूरी है, ताकि आपका वजन नियंत्रित रहे.
3- टाइप-2 डायबिटीज अन्य प्रकार की डायबिटीज के मुकाबले ज्यादा खतरनाक है?
डायबिटीज कई तरह की होती है जैसे टाइप-2 डायबिटीज, टाइप-1 डायबिटीज और जेस्टेशनल डायबिटीज जो महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होती है. कुछ लोगों का मानना है कि इन सभी में सबसे ज्यादा परेशानी टाइप-2 डायबिटीज पैदा करती है. लेकिन ऐसा नहीं है. किसी भी तरह की डायबिटीज के मामले में लापरवाही करना ठीक नहीं क्योंकि अगर ये बीमारी अनियंत्रित हो गई तो गंभीर और लंबे समय तक चलने वाली समस्याएं पैदा कर सकती है. साथ ही हृदय रोग, आंखों की समस्या, किडनी, नसों या पैर से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकती है.
4- मेडिकेशन के साथ मीठा खा सकते हैं?
ऐसे तमाम लोग हैं, जो मानते हैं कि अगर आप डायबिटीज की दवा खा रहे हैं, तो थोड़ा बहुत मीठा खा सकते हैं क्योंकि दवा ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल कर देगी. लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ दवा ही सारे काम कर देगी. आपको दवा को तो समय पर लेना ही है, इसके साथ ही अपने खानपान की आदतों को कंट्रोल करना होगा. साथ ही वर्कआउट भी करना होगा, तभी आप शरीर में डायबिटीज को नियंत्रित रख सकते हैं.