ABVP से शुरू की राजनीति, 2013 में पहली बार बने विधायक, जानिए कौन हैं MP के नए सीएम डॉ. मोहन यादव
Dr Mohan Yadav Profile, Facts: मध्य प्रदेश में सभी अनुमानों और कयासों को धता बताते हुए भारतीय जनता पार्टी ने डॉ.मोहन यादव को प्रदेश का नया सीएम बनाया है. जानिए कौन हैं डॉ. मोहन यादव और उनसे जुड़ी दिलचस्प बातें.
Dr Mohan Yadav Profile, Facts: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव नतीजे के आने के आठ दिन बाद सीएम के नाम से पर्दा उठ गया है. सभी अनुमानों को धता बताते हुए डॉ. मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री चुने गए हैं. बीजेपी की विधायक दल की पहली बैठक में एमपी के पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर ने डॉ. मोहन यादव के नाम का ऐलान किया है. 58 साल के मोहन यादव साल 1984 से भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. वह साल 2013 में पहली बार दक्षिण उज्जैन सीट से विधायक चुने गए थे.
Dr Mohan Yadav Profile, Facts: 2013 में पहली बार चुने गए थे विधायक, लगातार जीते तीन चुनाव
डॉक्टर मोहन यादव 1984 में आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े थे. इसके अलावा वह आरएसएस के सदस्य भी रह चुके हैं. डॉ. मोहन यादव साल 2013 में उज्जैन दक्षिण सीट पर पहली बार विधायक चुने गए थे. इसके बाद साल 2018 विधानसभा चुनाव में वह एक बार फिर उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने. साल 2023 मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोहन यादव ने उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से कांग्रेस के चेतन प्रमनारायण यादव को 12941 वोटों से हराया था.
Dr Mohan Yadav Profile, Facts: शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्रीमंडल में थे मंत्री
डॉक्टर मोहन यादव निर्वतमान सीएम शिवराज सिंह चौहान के काफी करीबी माने जाते हैं. साल 2013 से वह शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्रिमंडल में उच्च शिक्षा मंत्री थे. साल 2004 से साल 2010 तक डॉ.मोहन यादव उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे. साल 2011 से साल 2013 तक उन्होंने मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाई थी. उज्जैन दक्षिण से विधायक डॉ. मोहन यादव ओबीसी समुदाय से आते हैं. मध्य प्रदेश में लगभग 58 फीसदी ओबीसी आबादी है.
डॉक्टर मोहन यादव की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने विक्रम यूनिवर्सिटी से बीएससी, एमए, और एलएलबी किया है. इसके अलावा उन्होंने पीएच.डी भी की है. डॉ. मोहन यादव की गिनती मध्य प्रदेश के करोड़पति विधायकों में होती है. इस विधानसभा चुनाव में दाखिल हलफनामे के मुताबिक डॉ. मोहन यादव के पास 42 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति है. वहीं, उन पर आठ करोड़ रुपए से अधिक क देनदारी है.